श्रीराम 14 वर्ष का वनवास काटने के बाद अयोध्या लौटे तो लोगों ने खुशी में दीये जलाए।

राष्ट्रीय जजमेंट – निखिल मिश्रा

मलिहाबाद

उत्तर प्रदेश राजधानी लखनऊ ग्रामीण में सोमवार को दीपावली पर्व पर सुबह से ही लोग खरीदारी के साथ पूजा की तैयारी में लगे रहे। सुबह हनुमान जी की पूजा की और प्रसाद का वितरण किया। शाम को घरों में भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की पूजा की गई। मान्यता है कि भगवान श्रीराम 14 वर्ष का वनवास काटने के बाद अयोध्या लौटे तो लोगों ने खुशी में दीये जलाए।

इसके अलावा दिवाली मनाने को लेकर और भी मान्यताएं हैं। कहा जाता है कि कृष्ण ने कार्तिक अमावस्या के दिन नरकासुर का वध किया था।लक्ष्मी जी इसी दिन समुद्र से प्रकट हुई थीं। छोटे-बड़े व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठानों पर लक्ष्मी का पूजन किया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्व की धूम रही। इस बार अधिकांश लोगों ने घरों में मिट्टी के दीये और मोमबत्ती जलाकर अंधेरे को मिटाया। चाइनीज झालर और बल्ब की भी सजावट खूब हुई।

पूजन के बाद लोगों ने गली-मोहल्लों में उपहार देकर लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दी।उसके बाद बच्चे युवा और बड़ों ने जमकर आतिशबाजी की। चकरी, लड़ी, अनार, सुतली बम, मुर्गा झाप, पेंसिल, रॉकेट आदि फोड़े। बच्चे और युवाओं ने रंग-बिरंगी पोशाक पहनकर त्योहार को मनाते नजर आए। लोगों ने देर रात तक आतिशबाजी का आनंद लिया। मंदिरों में पूजा अर्चना करने के लिए तांता लगा रहा। खरीदारी के लिए बाजारों में भारी भीड़ रही।

लोगों ने जलाया अलैया बलैया

दिवाली में अलैया बलैया जलाई जाती हैं। इसका भी अपना एक महत्व है।दीपावली की पूजन करने से पूर्व घर की दरिद्रता को दूर करने के लिए अलैया बलैया जलाई जाती है। घर की सुख संपत्ति और समृद्धि के लिए किया जाता है। इस मौके पर घर की साफ-सफाई भी होती है। बुरी नजर और बुरे सायों को दूर करने के लिए अलैया बलैया जलाई जाती हैं।

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