देहात क्षेत्र भी पुलिस कमिश्नरेट में शामिल होने से आम लोगों को होगी सुविधा : राकेश सिंह अलगू

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लखनऊ। सरकार ने गुरुवार को कैबिनेट में एक अहम फैसला लिया। कानपुर आउटर समेत लखनऊ और वाराणसी के आउटर व ग्रामीण इलाको की व्यवस्था खत्म कर उन्हें पुलिस कमिश्नरेट में शामिल कर दिया गया। इस फैसले के बाद अब वाराणसी ग्रामीण पुलिस कमिश्नरेट का ही हिस्सा होगा। जो की पुलिस कमिश्नर के कार्यक्षेत्र में शामिल होगा। वहीं ग्रामीण परिक्षेत्र पुलिस कमिश्नरेट में आने के बाद किसान के पुत्र व भाजपा के वरिष्ठ नेता राकेश सिंह अलगू ने कहा कि अधिकारियों के मुख्यालय में बैठने से आम फरियादी को कष्ट होता था। वह लोग मिल नहीँ पाते थे। अब बनारस में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया जाना एक बहुत अच्छा निर्णय है। कानून व्यवस्था के लिए पुलिस अब और बेहतर तरीके से काम कर जनता को अच्छे परिणाम दे सकेगी। लखनऊ और नोएडा में कमिश्नरेट सिस्टम के सुखद परिणाम देखने को मिले हैं। हम पूरे विश्वास के साथ यह कह सकते हैं कि बनारस में भी कमिश्नरेट सिस्टम के अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे

जनपद कानपुर महानगर बना प्रदेश का सबसे बड़ा कमिश्नरेट

आउटर की पुलिस व्यवस्था ख़त्म कमिश्नरेट में सम्मिलित हुए १४ थाने प्रदेश के चार कमिश्नरेट जिलों में सबसे ज्यादा कानपुर लखनऊ में ४८ वाराणसी में ला एंड आर्डर मेंटेन करने में आ रही तमाम व्यवहारिक दिक्कतों के मद्देनजर कानपुर आउटर पुलिस व्यवस्था को खत्म कर इसे पुलिस कमिश्नरेट में शामिल कर दिया गया है ५२ थानों के शामिल होने के साथ कानपुर प्रदेश का सबसे बड़ा कमिश्नरेट आफ पुलिस बनने से पुलिस की चुनौती भी बढ़ी है
कमलेश शुक्ल जिला संवाददाता कानपुर नगर

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