पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 7 नवंबर 2022

नीरजपाराशर आचारय:
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*** जय श्री राधे ***
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
***ll जय श्री राधे ll***
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*दिनाँक :- 07/11/2022, सोमवार*
चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष,
कार्तिक
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———- चतुर्दशी 16:15:25 तक
पक्ष————————- शुक्ल
नक्षत्र——— अश्विनी 24:36:21
योग———— सिद्वि 22:34:41
करण———– वणिज 16:15:25
करण——–विष्टि भद्र 28:19:33
वार———————- सोमवार
माह———————- कार्तिक
चन्द्र राशि——————— मेष
सूर्य राशि——————— तुला
रितु————————- हेमंत
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————- शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)———————-नल
विक्रम संवत—————- 2079
गुजराती संवत————– 2079
शक संवत—————– 1944

वृन्दावन
सूर्योदय————— 06:35:04
सूर्यास्त—————- 17:30:16
दिन काल————–10:55:11
रात्री काल————- 13:05:32
चंद्रोदय————— 16:53:23
चंद्रास्त————— 30:14:47

लग्न—- तुला 20°25′ , 200°25′

सूर्य नक्षत्र—————– विशाखा
चन्द्र नक्षत्र—————– अश्विनी
नक्षत्र पाया——————- स्वर्ण

*??? पद, चरण ???*

चे—- अश्विनी 12:16:17

चो—- अश्विनी 18:25:27

ला—- अश्विनी 24:36:21

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=तुला 20 :29 विशाखा , 1 ती
चन्द्र =मेष 03°23, अश्विनी , 2 चे
बुध =तुला 19 ° 34′ स्वाति ‘4 ता
शुक्र=तुला 24°05, विशाखा ‘ 2 तू
मंगल=मिथुन 01°30 ‘ मृगशिरा’ 3 का
गुरु=मीन 05°30 ‘ उ o भा o, 1 दू
शनि=मकर 24°43 ‘ धनिष्ठा ‘ 1 गा
राहू=(व) मेष 19°00 भरणी , 2 लू
केतु=(व) तुला 19°00 विशाखा , 4 ता

*?? शुभा$शुभ मुहूर्त ??*

राहू काल 07:57 – 09:19 अशुभ
यम घंटा 10:41 – 12:03 अशुभ
गुली काल 13:25 – 14:46 अशुभ
अभिजित 11:41 – 12:25 शुभ
दूर मुहूर्त 12:25 – 13:08 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:36 – 15:19 अशुभ
वर्ज्यम 20:29 – 22:08 अशुभ

?गंड मूल 06:35 – 24:36* अशुभ

?चोघडिया, दिन
अमृत 06:35 – 07:57 शुभ
काल 07:57 – 09:19 अशुभ
शुभ 09:19 – 10:41 शुभ
रोग 10:41 – 12:03 अशुभ
उद्वेग 12:03 – 13:25 अशुभ
चर 13:25 – 14:46 शुभ
लाभ 14:46 – 16:08 शुभ
अमृत 16:08 – 17:30 शुभ

?चोघडिया, रात
चर 17:30 – 19:08 शुभ
रोग 19:08 – 20:47 अशुभ
काल 20:47 – 22:25 अशुभ
लाभ 22:25 – 24:03* शुभ
उद्वेग 24:03* – 25:41* अशुभ
शुभ 25:41* – 27:19* शुभ
अमृत 27:19* – 28:58* शुभ
चर 28:58* – 30:36* शुभ

?होरा, दिन
चन्द्र 06:35 – 07:30
शनि 07:30 – 08:24
बृहस्पति 08:24 – 09:19
मंगल 09:19 – 10:13
सूर्य 10:13 – 11:08
शुक्र 11:08 – 12:03
बुध 12:03 – 12:57
चन्द्र 12:57 – 13:52
शनि 13:52 – 14:46
बृहस्पति 14:46 – 15:41
मंगल 15:41 – 16:36
सूर्य 16:36 – 17:30

?होरा, रात
शुक्र 17:30 – 18:36
बुध 18:36 – 19:41
चन्द्र 19:41 – 20:47
शनि 20:47 – 21:52
बृहस्पति 21:52 – 22:58
मंगल 22:58 – 24:03
सूर्य 24:03* – 25:09
शुक्र 25:09* – 26:14
बुध 26:14* – 27:19
चन्द्र 27:19* – 28:25
शनि 28:25* – 29:30
बृहस्पति 29:30* – 30:36

*?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??*

तुला > 04:02 से 06:13 तक
वृश्चिक > 06:13 से 08:34 तक
धनु > 08:34 से 11:04 तक
मकर > 11:04 से 12:42 तक
कुम्भ > 12:42 से 14:12 तक
मीन > 14:12 से 14:44 तक
मेष > 14:44 से 16:18 तक
वृषभ > 16:18 से 19:04 तक
कर्क > 19:04 से 11:34 तक
सिंह > 11:34 से 01:52 तक
कन्या > 01:52 से 03:56 तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

14 + 2 + 1 = 17 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

चन्द्र ग्रह मुखहुति

*? शिव वास एवं फल -:*

14 + 14 + 5 = 33 ÷ 7 = 5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

सांय 16:15 से रात्रि 28:19 तक

स्वर्ग लोक = शुभ कारक

*?? विशेष जानकारी ??*

* पूर्णिमा व्रत

* कार्तिक व्रतोद्यापन

* त्रिपुरोत्सव

* मेला चंद्रभागा आरम्भ

*??? शुभ विचार ???*

धर्मार्थकाममोक्षाणां यस्यैकोऽपि न विद्यते ।
अजागलस्तनस्येव तस्य जन्म निरर्थकम् ।।
।। चा o नी o।।

जिस व्यक्ति ने न ही कोई ज्ञान संपादन किया, ना ही पैसा कमाया, मुक्ति के लिए जो आवश्यक है उसकी पूर्ति भी नहीं किया. वह एक निहायत बेकार जिंदगी जीता है जैसे के बकरी की गर्दन से झूलने वाले स्तन।

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: विश्वरूपदर्शनयोग अo-11

न तु मां शक्यसे द्रष्टमनेनैव स्वचक्षुषा ।,
दिव्यं ददामि ते चक्षुः पश्य मे योगमैश्वरम्‌ ॥,

परन्तु मुझको तू इन अपने प्राकृत नेत्रों द्वारा देखने में निःसंदेह समर्थ नहीं है, इसी से मैं तुझे दिव्य अर्थात अलौकिक चक्षु देता हूँ, इससे तू मेरी ईश्वरीय योग शक्ति को देख॥,8॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
व्यवसाय लाभप्रद रहेगा, नई योजनाएं बनेंगी। रुका हुआ धन मिल सकता है। निवेश शुभ रहेगा। यात्रा सफल रहेगी। रोमांस में सफलता मिलेगी, प्रसन्नता रहेगी। स्वयं के ही प्रयासों से जनप्रियता एवं मान-सम्मान मिलेगा। रुका काम समय पर पूरा होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा।

?वृष
जोखिम न लें। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। कार्यक्षेत्र का विकास एवं विस्तार होगा। उपहार मिल सकता है। संतान की चिंता दूर होगी। अप्रत्याशित खर्च होंगे। तनाव रहेगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। वस्तुएं संभालकर रखें।

?मिथुन
अप्रत्याशित लाभ होगा। यात्रा होगी। व्यावसायिक अथवा निजी काम से सुखद यात्रा हो सकती है। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। दूसरों से न उलझें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। वरिष्ठ जन सहायता करेंगे।

?कर्क
दूसरों पर विश्वास हानि देगा। कार्य में बाधा होगी। पत्नी से आश्वासन मिलेगा। स्वयं के निर्णय लाभप्रद रहेंगे। मानसिक संतोष, प्रसन्नता रहेगी। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। दूसरों की नकल न करें। चोट व रोग से बचें। जल्दबाजी से हानि होगी।

?सिंह
घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। कार्यों में विलंब से चिंता होगी। मानसिक उद्विग्नता रहेगी। पारिवारिक जीवन संतोषप्रद रहेगा।

?‍♀️कन्या
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। रोजगार में उन्नति एवं लाभ की संभावना है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। प्रेम-संबंधों में सफलता मिलेगी। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा चलेगा।

⚖️तुला
वरिष्ठ जन सहायता करेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। रोजगार बढ़ेगा। सतर्कता से कार्य करें। संतान के व्यवहार से सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है। व्यापार में नए अनुबंध आज नहीं करें। आर्थिक तंगी रहेगी।

?वृश्चिक
पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें। लाभ होगा। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाएं रखें। आर्थिक अनुकूलता रहेगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। राज्यपक्ष से लाभ के योग हैं। नई योजनाओं की शुरुआत होगी।

?धनु
घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। कार्य पूर्ण होंगे। आय बढ़ेगी। मनोरंजक यात्रा होगी। प्रसन्नता रहेगी। सहयोगी मदद नहीं करेंगे। व्ययों में कटौती करने का प्रयास करें। परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है।

?मकर
निवेश शुभ रहेगा। बाहरी सहायता से काम होंगे। ईश्वर में रुचि बढ़ेगी। कामकाज की अनुकूलता रहेगी। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा। रोमांस में सफलता मिलेगी, आपसी संबंधों को महत्व दें। पूंजी संचय की बात बनेगी। तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी।

?कुंभ
उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्य के विस्तार की योजनाएं बनेंगी। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी।

?मीन
मेहनत अधिक होगी। आवास संबंधी समस्या हल होगी। आलस्य न करें। सोचे काम समय पर नहीं हो पाएंगे। व्यावसायिक चिंता रहेगी। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा। शोक समाचार मिल सकता है। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद से बचें।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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