कानपुर : डेंगू से रविवार को तीसरी मौत हो गई। मरने वाला 12 साल का स्वरित त्रिपाठी शास्त्रीनगर का रहने वाला था। उसे डेंगू हेमरेजिक फीवर (खून का बहना) था। डेंगू हेमरेजिक से शहर की यह पहली मौत है। अन्य दो रोगियों को डेंगू संक्रमण के साथ दूसरे रोग भी थे। इसके अलावा उर्सला की लैब से 35 नए रोगियों में डेंगू की पुष्टि हुई है।इसके बाद उसे क्षेत्र के डॉक्टरों को दिखाया गया। बुधवार को हालत बिगड़ी तो परिजन लाजपतनगर स्थित अस्पताल ले गए। वहां से मना कर देने पर सर्वोदयनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चे का ब्लडप्रेशर गिर रहा था। विशाल ने बताया कि वह मां के साथ पैदल चलकर अस्पताल गया, लेकिन हालत बिगड़ती गई और मौत हो गई।
स्वरित के फेफड़ों में खून का रिसाव हुआ था और सांस तंत्र फेल हो गया। इसके साथ ही शरीर के दूसरे अंदरूनी अंगों ने भी काम करना बंद कर दिया था। यह पहला रोगी है, जिसकी डेंगू हेमरेजिक फीवर की डायग्नोसिस तैयार की गई। उसकी डायग्नोसिस में डेंगू हेमरेजिक फीवर, मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम (एम ओ डी एस) लिखा है। इसके पहले सिंधी कालोनी की हृदया और मंगलाविहार की चित्रलेखा की मौत हो चुकी है। उनकी रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आई थी। सर्वोदयनगर स्थित अस्पताल में भर्ती 10 मरीज भी डेंगू संक्रमित पाए गए हैं।
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