शहर में अमेठी-जगदीशपुर मार्ग पर करीब 10 बिस्वा जमीन बंजर के नाम पर दर्ज थी। जिसे कटरालालगंज निवासी एवं जिला बार एसोसिएशन महामंत्री उमाशंकर मिश्र ने अपनी भूमिधरी जमीन से विनिमय कर लिया था। जमीन बदलाव के दौरान मालियत गलत तरीके से लगाई थी। इसकी शिकायत बीते अक्तूबर माह में जिला प्रशासन से हुई। तहसीलदार से मामले की जांच कराई गई।
जांच में शिकायत सही मिली। इस पर तहसील प्रशासन ने विनिमय को खारिज करते हुए अपनी जमीन वापस ले ली। इसके बाद नोटिस देकर कब्जा हटाने का निर्देश दिया गया लेकिन कब्जा नहीं हटाया गया तो तहसील व नगर पालिका प्रशासन ने शनिवार को मौके पर पहुंच जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया।
जल निगम कार्यालय के सामने स्थित 10 बिस्वा बंजर जमीन को 16 मई 2015 को तत्कालीन एसडीएम बीपी पाल ने नियमों की अनदेखी कर नगर पालिका परिषद की बेशकीमती जमीन को विनिमय कर दी थी। जबकि इसका अधिकार जिलाधिकारी को है या फिर नगर पालिका से प्रस्ताव मिलने पर की जाती है।
विनिमय में की गई अनदेखी की शिकायत जिला प्रशासन से हुई। मामले की जांच के लिए तहसीलदार को लगाया गया। तहसीलदार ने मामले की जांच की तो जमीन की मालियत गलत लगाने का खुलासा हुआ। विनिमय के समय बंजर जमीन की कीमत 39 लाख रुपये व उमाशंकर मिश्र की जमीन की कीमत १७ लाख रुपये थी। जो नियम विरुद्ध है।
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