पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 11 दिसंबर 2022

RJ news

 

नीरजपाराशर आचारय:
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*** जय श्री राधे ***
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
***ll जय श्री राधे ll***
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*दिनाँक:-11/12022, रविवार*
तृतीया, कृष्ण पक्ष,
पौष
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———– तृतीया 16:14:09 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र——— पुनर्वसु 20:35:05
योग————- ब्रह्म 29:13:18
करण——- विष्टि भद्र 16:14:08
करण————–बव 29:30:45
वार————————रविवार
माह————————– पौष
चन्द्र राशि—— मिथुन 13:50:44
चन्द्र राशि——————– कर्क
सूर्य राशि—————— वृश्चिक
रितु————————- हेमंत
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————- शुभकृत
संवत्सर (उत्तर) ———————नल
विक्रम संवत—————- 2079
गुजराती संवत—————2079
शक संवत—————— 1944

वृन्दावन
सूर्योदय————— 07:00:41
सूर्यास्त—————- 17:24:06
दिन काल————- 10:23:24
रात्री काल————- 13:37:14
चंद्रास्त—————- 09:38:47
चंद्रोदय—————- 20:01:32

लग्न—-वृश्चिक 24°48′ , 234°48′

सूर्य नक्षत्र—————— ज्येष्ठा
चन्द्र नक्षत्र—————— पुनर्वसु
नक्षत्र पाया——————- रजत

*??? पद, चरण ???*

को—- पुनर्वसु 07:06:51

हा—- पुनर्वसु 13:50:44

ही—- पुनर्वसु 20:35:05

हु—- पुष्य 27:19:48

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=वृश्चिक 24 :29 ज्येष्ठा , 3 यी
चन्द्र =मिथुन 26°23, पुनर्वसु , 2 को
बुध =धनु 11 ° 34′ मूल ‘ 4 भी
शुक्र=धनु 6°05, मूल ‘ 3 भा
मंगल=वृषभ 20°30 ‘ रोहिणी’ 4 वु
गुरु=मीन 05°30 ‘ उ o भा o, 1 दू
शनि=मकर 26°43 ‘ धनिष्ठा ‘ 1 गा
राहू=(व) मेष 17°13 भरणी , 2 लू
केतु=(व) तुला 17°13 विशाखा , 4 ता

*?? शुभा$शुभ मुहूर्त ??*

राहू काल 16:06 – 17:24 अशुभ
यम घंटा 12:12 – 13:30 अशुभ
गुली काल 14:48 – 16:06 अशुभ
अभिजित 11:52 – 12:33 शुभ
दूर मुहूर्त 16:01 – 16:43 अशुभ
वर्ज्यम 07:07 – 08:55 अशुभ

?चोघडिया, दिन
उद्वेग 07:01 – 08:19 अशुभ
चर 08:19 – 09:37 शुभ
लाभ 09:37 – 10:54 शुभ
अमृत 10:54 – 12:12 शुभ
काल 12:12 – 13:30 अशुभ
शुभ 13:30 – 14:48 शुभ
रोग 14:48 – 16:06 अशुभ
उद्वेग 16:06 – 17:24 अशुभ

?चोघडिया, रात
शुभ 17:24 – 19:06 शुभ
अमृत 19:06 – 20:48 शुभ
चर 20:48 – 22:31 शुभ
रोग 22:31 – 24:13* अशुभ
काल 24:13* – 25:55* अशुभ
लाभ 25:55* – 27:37* शुभ
उद्वेग 27:37* – 29:19* अशुभ
शुभ 29:19* – 31:01* शुभ

?होरा, दिन
सूर्य 07:01 – 07:53
शुक्र 07:53 – 08:45
बुध 08:45 – 09:37
चन्द्र 09:37 – 10:28
शनि 10:28 – 11:20
बृहस्पति 11:20 – 12:12
मंगल 12:12 – 13:04
सूर्य 13:04 – 13:56
शुक्र 13:56 – 14:48
बुध 14:48 – 15:40
चन्द्र 15:40 – 16:32
शनि 16:32 – 17:24

?होरा, रात
बृहस्पति 17:24 – 18:32
मंगल 18:32 – 19:40
सूर्य 19:40 – 20:48
शुक्र 20:48 – 21:57
बुध 21:57 – 23:05
चन्द्र 23:05 – 24:13
शनि 24:13* – 25:21
बृहस्पति 25:21* – 26:29
मंगल 26:29* – 27:37
सूर्य 27:37* – 28:45
शुक्र 28:45* – 29:53
बुध 29:53* – 31:01

*?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??*

वृश्चिक > 04:16 से 06:42 तक
धनु > 06:42 से 09:08 तक
मकर > 09:08 से 10:44 तक
कुम्भ > 10:44 से 12:16 तक
मीन > 12: 16 से 12: 48 तक
मेष > 12:48 से 14:26 तक
वृषभ > 14:26 से 17:08 तक
कर्क > 17:08 से 21:38 तक
सिंह > 21:38 से 11:48 तक
कन्या > 11:48 से 02:08 तक
तुला > 02:08 से 04:06 तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 3 + 1 + 1 = 19 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

मंगल ग्रह मुखहुति

*? शिव वास एवं फल -:*

18 + 18 + 5 = 41 ÷ 7 = 6 शेष

क्रीड़ायां = शोक, दुःख कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

सांय 16:14 तक समाप्त

स्वर्ग लोक = शुभ कारक

*?? विशेष जानकारी ??*

* चतुर्थी व्रत चंद्रोदय 20:01

* सर्वार्थ सिद्धि योग 20:35 से

*??? शुभ विचार ???*

कवयः किं न पश्यन्ति कि न कुर्वन्ति योषितः ।
मद्यपाः किं न जल्पन्ति किंन खादन्ति वायसाः ।।
।। चा o नी o।।

वह क्या है जो कवी कल्पना में नहीं आ सकता. वह कौनसी बात है जिसे करने में औरत सक्षम नहीं है. ऐसी कौनसी बकवास है जो दारू पिया हुआ आदमी नहीं करता. ऐसा क्या है जो कौवा नहीं खाता.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: विश्वरूपदर्शनयोग अo-11

पितासि लोकस्य चराचरस्य त्वमस्य पूज्यश्च गुरुर्गरीयान्‌।,
न त्वत्समोऽस्त्यभ्यधिकः कुतोऽन्योलोकत्रयेऽप्यप्रतिमप्रभाव ॥,

आप इस चराचर जगत के पिता और सबसे बड़े गुरु एवं अति पूजनीय हैं।, हे अनुपम प्रभाववाले! तीनों लोकों में आपके समान भी दूसरा कोई नहीं हैं, फिर अधिक तो कैसे हो सकता है॥,43॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। किसी अपरिचित की बातों में न आएं। धनहानि हो सकती है। थोड़े प्रयास से ही काम सफल रहेंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।

?वृष
व्यवसाय धीमा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की नाराजी झेलनी पड़ सकती है। परिवार में मनमुटाव हो सकता है। सुख के साधनों पर व्यय सोच-समझकर करें। निवेश करने से बचें। व्यापार ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शारीरिक कष्ट संभव है।

?मिथुन
परिवार की आवश्यकताओं के लिए भागदौड़ तथा व्यय की अधिकता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। कार्य की गति धीमी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। निवेश करने का समय नहीं है। नौकरी में मातहतों से अनबन हो सकती है, धैर्य रखें।

?कर्क
नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। अचानक लाभ के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार में वृद्धि से संतुष्टि रहेगी। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। उत्साह से काम कर पाएंगे। किसी की बातों में न आएं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे।

?सिंह
कोई राजकीय बाधा हो सकती है। जल्दबाजी में कोई भी गलत कार्य न करें। विवाद से बचें। काफी समय से अटका हुआ पैसा मिलने का योग है, प्रयास करें। या‍त्रा लाभदायक रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। वस्तुएं संभालकर रखें।

?‍♀️कन्या
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। व्ययसाय लाभप्रद रहेगा। कार्य पर ध्यान दें।

⚖️तुला
तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। मित्रों के साथ बाहर जाने की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के योग हैं। परिवार व स्नेहीजनों के साथ विवाद हो सकता है। शत्रुता में वृद्धि होगी। अज्ञात भय रहेगा। थकान महसूस होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

?वृश्चिक
कष्ट, भय, चिंता व तनाव का वातावरण बन सकता है। जीवनसाथी पर अधिक मेहरबान होंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। पारिवारिक प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यय होगा। मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा। नए संपर्क बन सकते हैं। धनार्जन होगा।

?धनु
किसी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। भागदौड़ रहेगी। बोलचाल में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। पुराना रोग उभर सकता है। व्यापार में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। जोखिम न उठाएं। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। बजट बिगड़ेगा। दूर से शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें।

?मकर
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। परिवार व मित्रों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। शारीरिक कष्ट संभव है, सावधान रहें। निवेश शुभ रहेगा। तीर्थयात्रा की योजना बन सकती है।

?कुंभ
यात्रा सफल रहेगी। शारीरिक कष्ट हो सकता है। बेचैनी रहेगी। नई योजना बनेगी। लोगों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके काम पूरे होने के योग हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा।

?मीन
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार में लाभ होगा। निवेश शुभ रहेगा। संतान पक्ष से आरोग्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। हानि संभव है। भाइयों का साथ मिलेगा।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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