ग्वालियर:लोग पुलिसकर्मियों को परेशान करने वाला समझते हैं, लेकिन हर पुलिसकर्मी एक जैसा नहीं होता। उनके सीने में भी एक नरम दिल धड़कता है, पुलिसकर्मी कई बार इंसानियत की मिसाल पेश करते हैं।दरअसल ग्वालियर पुलिस में ट्रैफिक में पदस्थ सब इंस्पेक्टर (सूबेदार) सोनम पाराशर सोमवार को मुख्य मार्ग पर वाहनों की हेलमेट चेकिंग कर थी, इसी दौरान अचानक उनकी नजर सड़क किनारे तड़पते एक राहगीर पर पड़ी। लोग उस व्यक्ति को शराबी समझकर नजरअंदाज कर रहे थे, लेकिन वह व्यक्ति हार्ट अटैक आने के चलते दर्द से छटपटा रहा था।
लेडी पुलिस ऑफिसर ने उसे तत्काल सीपीआर देना शुरू किया और उसकी जान बचाई। एक लेडी सब इंस्पेक्टर ने राहगीर को तब तक सीपीआर दिया जब तक उसकी सांसे वापस नहीं आई। बाद में एंबुलेंस के आने के बाद वह व्यक्ति को पास के निजी अस्पताल लेकर पहुंची और वहां भर्ती कराकर उपचार कराया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोनम ने अपने सहकर्मियों से एम्बुलेंस बुलाने को कहा और जब उसके नजदीक पहुंची, तो देखा कि उसकी सांसें उखड़ रही थी। उन्होंने तत्काल सीपीआर देना शुरू किया और वे तब तक जुटी रहीं जब तक सांसें लय में नहीं ले आईं।
वहीं, इलाज करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि अगर पूरी ताकत से तत्काल पेशेंट को सीपीआर नहीं दिया जाता तो, जान बचना मुश्किल थी। क्योंकि हार्ट अटैक काफी गहन था।ट्रैफिक सूबेदार सोनम पाराशर के मानवीय कार्य की सोशल मीडिया पर तारीफ की जा रही है।कांग्रेस के प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने सोनम के व्यवहार की प्रशंसा करते हुए लिखा “बेटी तो बेटी ही होती है वह जान बचाने के लिए जान झोंक देती है सोनम ने एक बार फिर यह साबित किया।
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