फतेहपुर:अमौली भले ही सरकारें योजनाएं लाकर अपनी पीठ थपथपाती रहती हैं पर इन योजनाओं से कोई करिश्माई बदलाव नहीं होने वाला है, अब तक ये योजनाएं कोई खास करिश्मा नहीं दिखा सकी हैं, इसके पीछे लचर प्रशासनिक व्यवस्था को जिम्मेदार माना जा सकता है क्योंकि जब तक इन योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ जरूरतमंदों तक नहीं पहुंचेगा, तब तक स्थिति जस की तस बनी रहेगी। फतेहपुर जनपद के अमौली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत सरहन बुजुर्ग में आज भी ऐसा परिवार रहता हैं, जोकि खुले मे शौच क्रिया करने मे जिंदगी गुजार रहे हैं और फिर छप्पर-पन्नी की छत बनाकर गुजर-बसर कर रहे।
सरकारी योजनाओं की हकीकत सरहन बुजुर्ग ग्राम पंचायत में गरीब परिवार सरकारी योजनाओ से वंचित है, जबकि कई परिवार ऐसे भी हैं,जिन्हें बारिश के मौसम में खुले आसमान के नीचे टूटी-फूटी कच्ची झोपड़ियों में रात गुजारनी पड़ती है।हैरान करने वाली बात यह है कि ग्राम प्रधान प्रतिनिधि घसीटे लाल प्रजापति को इस बात की जानकारी भी है पर नियमों का हवाला देकर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेता है।छोटे-छोटे बच्चों व छोटा बेटा मयंक मानसिक व शारीरिक रूप से विकलांग है गरीब परिवार के साथ रहने को मजबूर देवी सहाय दुबे बताते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय के लिए अनेकों बार ग्राम प्रधान-सचिव से मिन्नतें कर चुके हैं, पर उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगा।वही इस मामले को लेकर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि घसीटे लाल प्रजापति से बात की गयी तो उन्होंने बताया की ऐसी कोई जानकारी नही है अगर शौचालय नही तो उन्हें शौचालय का लाभ दिया जायेगा।
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