पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग ,18 दिसंबर 2022

नीरजपाराशर आचारय:
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*** जय श्री राधे ***
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
***ll जय श्री राधे ll***
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*दिनाँक:-18/12/2022, रविवार*
दशमी, कृष्ण पक्ष,
पौष
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———– दशमी 27:31:33 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र———— हस्त 10:17:24
योग———— शोभन 29:22:34
करण———– वणिज 15:42:30
करण——- विष्टि भद्र 27:31:33
वार———————— रविवार
माह————————– पौष
चन्द्र राशि——- कन्या 22:29:45
चन्द्र राशि——————– तुला
सूर्य राशि——————— धनु
रितु————————– हेमंत
सायन———————- शिशिर
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————- शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)——————— नल
विक्रम संवत—————- 2079
गुजराती संवत————– 2079
शक संवत—————— 1944

वृन्दावन
सूर्योदय————— 07:05:02
सूर्यास्त————— 17:26:30
दिनकाल————– 10:21:28
रात्री काल————- 13:39:04
चंद्रास्त—————- 13:33:56
चंद्रोदय—————- 26:27:56

लग्न—- धनु 1°55′ , 241°55′

सूर्य नक्षत्र——————– मूल
चन्द्र नक्षत्र——————- हस्त
नक्षत्र पाया——————- रजत

*??? पद, चरण ???*

ठ—- हस्त 10:17:24

पे—- चित्रा 16:25:06

पो—- चित्रा 22:29:45

रा—- चित्रा 28:31:20

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=धनु 01 : 29 मूल , 4 यू
चन्द्र =कन्या 21°23, हस्त , 4 ठ
बुध =धनु 21 ° 34′ पू o षाo ‘ 3 फा
शुक्र=धनु 15°05, पू o षाo ‘ 1 भू
मंगल=वृषभ 18°30 ‘ रोहिणी’ 3 वी
गुरु=मीन 05°30 ‘ उ o भा o, 1 दू
शनि=मकर 26°43 ‘ धनिष्ठा ‘ 1 गा
राहू=(व) मेष 16°50 भरणी , 2 लू
केतु=(व) तुला 16°50 विशाखा , 4 ता

*?? शुभा$शुभ मुहूर्त ??*

राहू काल 16:09 – 17:27 अशुभ
यम घंटा 12:16 – 13:33 अशुभ
गुली काल 14:51 – 16:09 अशुभ
अभिजित 11:55 – 12:36 शुभ
दूर मुहूर्त 16:04 – 16:45 अशुभ
वर्ज्यम 18:27 – 20:04 अशुभ

?चोघडिया, दिन
उद्वेग 07:05 – 08:23 अशुभ
चर 08:23 – 09:40 शुभ
लाभ 09:40 – 10:58 शुभ
अमृत 10:58 – 12:16 शुभ
काल 12:16 – 13:33 अशुभ
शुभ 13:33 – 14:51 शुभ
रोग 14:51 – 16:09 अशुभ
उद्वेग 16:09 – 17:27 अशुभ

?चोघडिया, रात
शुभ 17:27 – 19:09 शुभ
अमृत 19:09 – 20:51 शुभ
चर 20:51 – 22:34 शुभ
रोग 22:34 – 24:16* अशुभ
काल 24:16* – 25:58* अशुभ
लाभ 25:58* – 27:41* शुभ
उद्वेग 27:41* – 29:23* अशुभ
शुभ 29:23* – 31:06* शुभ

?होरा, दिन
सूर्य 07:05 – 07:57
शुक्र 07:57 – 08:49
बुध 08:49 – 09:40
चन्द्र 09:40 – 10:32
शनि 10:32 – 11:24
बृहस्पति 11:24 – 12:16
मंगल 12:16 – 13:08
सूर्य 13:08 – 13:59
शुक्र 13:59 – 14:51
बुध 14:51 – 15:43
चन्द्र 15:43 – 16:35
शनि 16:35 – 17:27

?होरा, रात
बृहस्पति 17:27 – 18:35
मंगल 18:35 – 19:43
सूर्य 19:43 – 20:51
शुक्र 20:51 – 21:59
बुध 21:59 – 23:08
चन्द्र 23:08 – 24:16
शनि 24:16* – 25:24
बृहस्पति 25:24* – 26:33
मंगल 26:33* – 27:41
सूर्य 27:41* – 28:49
शुक्र 28:49* – 29:57
बुध 29:57* – 31:06

*?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??*

वृश्चिक > 03:38 से 05:56 तक
धनु > 05:56 से 08:02 तक
मकर > 08:02 से 09:46 तक
कुम्भ > 09:46 से 11:20 तक
मीन > 11: 20 से 12:48 तक
मेष > 12:48 से 14:28 तक
वृषभ > 14:28 से 18:40 तक
कर्क > 18:40 से 20:56 तक
सिंह > 20:56 से 23:09 तक
कन्या > 23:09 से 01:20 तक
तुला > 01:20 से 03:30 तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 10 + 1 + 1 = 27 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

राहु ग्रह मुखहुति

*? शिव वास एवं फल -:*

25 + 25 + 5 = 55 ÷ 7 = 6 शेष

क्रीड़ायां = शोक, दुःख कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

दोपहर 15:36 से रात्रि 27: 32तक

स्वर्ग लोक = शुभ कारक

*?? विशेष जानकारी ??*

*सर्वार्थ सिद्धि व अमृत सिद्धि योग 10:17 तक

*गुरु घीसादास जयंती

* श्री पार्श्वनाथ जयंती

*??? शुभ विचार ???*
उपार्जितानां वित्तानां त्याग एव हि रक्षणम् ।
तडागोदरसंस्थानां परीस्त्र व इवाम्भसाम् ।।
।। चा o नी o।।

संचित धन खर्च करने से बढ़ता है. उसी प्रकार जैसे ताजा जल जो अभी आया है बचता है, यदि पुराने स्थिर जल को निकल बहार किया जाये.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: विश्वरूपदर्शनयोग अo-11

इत्यर्जुनं वासुदेवस्तथोक्त्वा स्वकं रूपं दर्शयामास भूयः ।,
आश्वासयामास च भीतमेनंभूत्वा पुनः सौम्यवपुर्महात्मा ॥,

संजय बोले- वासुदेव भगवान ने अर्जुन के प्रति इस प्रकार कहकर फिर वैसे ही अपने चतुर्भुज रूप को दिखाया और फिर महात्मा श्रीकृष्ण ने सौम्यमूर्ति होकर इस भयभीत अर्जुन को धीरज दिया॥,50॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
यात्रा में अपनी वस्तुओं को संभालकर रखें। कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें। अधीनस्थों की ओर ध्यान दें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य पर व्यय होगा। विवाद न करें।

?वृष
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय बढ़ेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करना चाहिए। व्यापार में कर्मचारियों पर अधिक विश्वास न करें। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी।

??मिथुन
यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार में नई योजनाओं पर कार्य नहीं होंगे। जीवनसाथी का ध्यान रखें। नए अनुबंध होंगे। झंझटों में न पड़ें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। कार्य की प्रवृत्ति में यथार्थता व व्यावहारिकता का समावेश आवश्यक है।

?कर्क
दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के योग आएंगे। समय ठीक नहीं है। वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। लेन-देन में सावधानी रखें। विवाद न करें। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाए रखें।

?सिंह
यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न लें। व्यावसायिक चिंता दूर हो सकेगी। स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी।

??‍♀️कन्या
व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। आर्थिक स्थिति में प्रगति की संभावना है। अचानक धन की प्राप्ति के योग हैं। राजकीय काम बनेंगे। चिंता रहेगी। जोखिम न उठाएं। संतान से मदद मिलेगी। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।

⚖तुला
राजकीय सहयोग मिलेगा एवं इस क्षेत्र के व्यक्तियों से संबंध बढ़ेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। वाणी पर संयम रखें। दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। थकान रहेगी। जोखिम न लें। विवाद से बचें।

?वृश्चिक
वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बुद्धि एवं तर्क से कार्य में सफलता के योग बनेंगे। यात्रा कष्टप्रद हो सकती है। अतः उसका परित्याग करें। व्यापार लाभप्रद रहेगा। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। राजकीय बाधा दूर होगी।

?धनु
मान बढ़ेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। अपनी बुद्धिमत्ता से आप सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। निजीजनों में असंतोष हो सकता है। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।

? मकर
व्यवसाय ठीक चलेगा। कामकाज में धैर्य रखने से सफलता मिल सकेगी। योजनाएं फलीभूत होंगी। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मित्रों में आपका वर्चस्व बढ़ेगा। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें।

?कुंभ
आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। मेहनत का फल मिलेगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। थकान रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। भूमि, आवास की समस्या रह सकती है। संतान से कष्ट रहेगा।

?मीन
प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। समाज में प्रसिद्धि के कारण सम्मान में बढ़ौत्री होगी। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे। संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। परिवार की समस्याओं को अनदेखा न करें।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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