डॉक्टर की सीट के ठीक बगल में बैठकर हो रही दवाइयों की सांठगांठ

वाहरे स्वास्थ्य विभाग! डायरेक्टर उर्सला के रहमों करम पर- सरकारी डॉक्टर और एमआर की मिलीभगत

राष्ट्रीय जजमेंट

कानपुर नगर आपको बता दें सुरजीत नाम का एमआर दवा कंपनी और डॉक्टर के बीच मोटे कमीशन के चलते सांठगांठ होने के कारण खुलेआम पर्ची पर बाहर से बैठ कर लिखता है दवाये लाचार अस्पताल प्रशासन मौन
भगवान का दर्जा प्राप्त सफेद कोट के काले कारनामे
उर्सला अस्पताल में डॉक्टर व दवा कंपनियों के एमआर के बीच सांठगांठ व मोटे कमीशन का खेल होने का मामला आए दिन सुर्खियों में बना रहता है डॉक्टर ओपीडी में दवा कंपनियों के एमआर को साथ बैठकर पेशेंट को बाहर से दवा खरीदने व बाहर से जांच कराने को कहते हैं इसको लेकर पहले भी शिकायतें अधिकारियों के पास आ चुकी हैं मंगलवार को एक ताजा मामला सामने आया है जिसमें बर्रा निवासी शिवेश शुक्ला ने आरोप लगाया है कि *उर्सला के ईएनटी डिपार्टमेंट के डॉक्टर आरके वर्मा ने उन्हें बाहर से दवा खरीदने के लिए दबाव बनाया वही डॉक्टर की सीट के ठीक बगल में बैठे एक व्यक्ति ने जो एमआर है व जिसका नाम सुरजीत बताया जाता है पीड़ित को निर्धारित मेडिकल स्टोर का नाम बताकर काफी कम कीमत में दवा मिलने की सलाह दी इसकी शिकायत पीड़ित ने मंगलवार को उर्सला के निदेशक से लिखित तौर पर की साथ ही साथ साथ उर्सला चौकी में भी मामले की तहरीर दी ,

मोटे कमीशन के लालच के चलते सरकारी डॉक्टर्स व एममार के बीच सांठगांठ का यह खेल नया नहीं बरसों पुराना है जिसमें उर्सला अस्पताल में खुलेआम पीड़ित बीमार व्यक्तियों का शोषण आय दिन होता रहता है
आखिर कौन है इन सब का जिम्मेदार…? गरीब पीड़ित शोषित बीमारों के दोहन पर आखिरकार कब जागेगा नगर का स्वास्थ्य अमला
क्या कहते हैं जिम्मेदार पूरे प्रकरण पर उर्सला के डायरेक्टर डॉ एस पी चौधरी का कहना है कि शिकायत पहुंची है तीन डॉक्टरों की जांच कमेटी गठित कर जांच की जा रही है

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