किसान को फर्जी एप्लिकेशन देकर किया जा रहा प्रताणित

राष्ट्रिय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

सोनभद्र: चतरा ब्लॉक क्षेत्र में स्थित नर्सों बंधी के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के मुआवजे के लिए 25 वर्षों से किसान दर-दर भटकने को मजबूर है मगर उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है किसानों ने बताया कि सिल्थम गांव में स्थित बंधी के लिए 1987 में बिना बताए उनकी भूमि अधिग्रहित कर ली गई और 10 साल बाद जमीन का मनमानी दर पर मुआवजा देकर औपचारिकता पूरी कर ली गई जबकि जमीन अधिग्रहण के समय सिंचाई विभाग द्वारा यह भरोसा दिलाया गया था कि विस्थापित किसानों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाई जाएगी और प्रति बीघा की उचित दर सेउन्हें मुआवजा दिया जाएगा मगर कोई वादा पूरा नहीं किया गया मात्र 20 हजार की दर से मुआवजा देकर औपचारिकता पूरी कर दी गई। जिससे किसानों के साथ घोर अन्याय हुआ उन्होंने मांग किया कि मामले की गहराई से जांच कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाए।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More