सुलतानपुर: गोमती नदी के पावन तट पर मौनी स्नान कर भक्तों ने सूर्य को अर्घ देकर भगवान के साथ-साथ पितरों का आशीर्वाद लिया।ऐसी मान्यता है कि माघ माह में मौन व्रत रह कर ,नहाकर दान -दक्षिणा देने से मुनि पद की प्राप्ति होती है ।मान्यता है कि भगवान विष्णु की विधि पूर्वक पूजा करना विशेष लाभ दायक माना जाता है। इस दिन ऋषि मनु का जन्म हुआ ।
मौनी अमावस्या के दिन व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान, पुण्य तथा जाप करना चाहिए ऐसा करने से उसके पूर्वजन्म के पाप दूर होते हैं। मान्यता है कि इस दिन पीपल के वृक्ष तथा भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करना विशेष फलदाई है।इस तिथि को मौन एवं संयम की साधना,स्वर्ग एवं मोक्ष देने वाली मानी गई है। यदि किसी व्यक्ति के लिए मौन रखना संभव नहीं हो तो वह अपने आचरण और विचारों को शुद्ध रखें मन में किसी तरह की कुटिलता का भाव न आने दे।
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