सहसवान: मामला भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा का है किसान गजेंद्र सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी ग्राम रसूलपुर बेला ने बैंक के अधिकारियों पर आरोप लगाया है की केसीसी बनवाने के लिए उन्हें 10% देना ही होगा तभी उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड मिल पाएगा नहीं तो ऐसे ही घूमते रहो । उन्होंने केसीसी जारी कराए जाने हेतु सन 2019 से 2023 तक बहुत संघर्ष किया है लेकिन किसान क्रेडिट कार्ड उन्हें अब तक नहीं मिला 1 महीने पहले किसान के द्वारा फिर से बैंक के अधिकारियों ने हिस्सा फाटा से लेकर 12 साला तक बनवा दिया ।
मामला आगे बढ़ा तब मामला रिश्वत का आया किसान ने रिश्वत देने से मना किया तब बैंक के अधिकारियों ने किसान का केसीसी कार्ड बनाने से साफ साफ मना कर दिया और कहा कि जब तक आप 10 परसेंट नहीं दोगे आप की केसीसी नहीं बनेगी तब किसान ने विवश होकर जिला अधिकारी महोदय के समक्ष समाधान दिवस मे अपना दर्द कहा और पूरी कहानी सुनाई कहा साहब भारतीय स्टेट बैंक सहसवान में दलालों के काम किए जा रहे हैं जो वास्तविक किसान हैं उनकी नहीं सुनी जा रही है ना ही उनके काम किया जा रहे हैं इस पूरे प्रकरण की जांच एलडीएम बदायूं को सौंप दी गई है आगे देखना है कि उच्च अधिकारी के द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है ।इधर किसान का कहना है कि मैं रिश्वत किसी भी कीमत पर नहीं दूंगा चाहे मेरा क्रेडिट कार्ड बने या ना बने ।
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