बेगूसराय: दिनांक 07 फरवरी 2023 दिन मंगलवार को बेगुसराय जिला अन्तर्गत बेगुसराय सदर प्रखंड के भर्रा गांव के शारदा चौक के बाल्य नाट्यकला के प्रांगण में तीन दिवसीय संतमत सत्संग के तीसरे दिन मुख्य अतिथि डा०राजकुमार आजाद ने प्रवचन करते हुए कि “प्रत्येक व्यक्ति को शैक्षणिक गुरु के साथ ही अध्यात्मिक गुरु अवश्य बनाना चाहिए क्योंकि शिक्षित व्यक्ति कलक्टर बनकर माता पिता को वृद्धाश्रम में पंहुचा कर मंदिर मंदिर में भगवान खोजता है लेकिन अध्यात्मिक व्यक्ति गरीबी में जीवन गुजर करते हुए अपने माता पिता में ही भगवान का दर्शन करता रहता है।
मुख्य वक्ता सद्गुरु महर्षि मेंहि आश्रम, हसनपुर, समस्तीपुर के स्वामी निर्मलानंद जी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि अध्यात्म ज्ञान से विहीन मानव की दशा,” आदमी से अब डर रहा है आदमी, आदमी को मारकर घर भर रहा है आदमी, आदमी ही मरता है और मारता है आदमी,समझ में आता नहीं क्या कर रहा है आदमी? इसका मुख्य कारण भौतिकवादी व्यवस्था है इसलिए जब तक व्यक्ति अध्यात्मिक नहीं होगा वास्तविक रूप से आदमी नहीं बन सकता है।
आदमी बनने के लिए अध्यात्मिक गुरु बनाना आवश्यक ही नहीं वरन् अनिवार्य है। इस कार्यक्रम में बेगुसराय जिला के सभी प्रखंडों सहित समस्तीपुर जिला के कुछ प्रखंडों से श्रद्धालुगण आये हुए थे सभी लोगों को रहने खाने पीने का नि: शुल्क व्यवस्था किया गया था । समापण कार्यक्रम में हजारों श्रोतागण उपस्थित हुए । आयोजक तुरंती शर्मा ने सभी अतिथियों को पुष्पों की माला पहनाकर, चादर ओढ़ाकर, विदाई देकर सम्मानित करते हुए विदा किया।
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