वरिष्ठ आईपीएस विकास वैभव के समर्थन में सड़कों पर उतरे युवा

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Report- मुकेश कुमार सिंह

पटना (बिहार) : बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के समर्थन में, टि्वटर ट्रेंडिंग अभियान के बाद अब बिहार के युवा सड़कों पर उतर गए हैं।शुक्रवार की शाम पटना के कारगिल चौक पर सैकड़ों की तायदाद में युवाओं ने विकास वैभव के समर्थन में जम कर ना केवल नारेबाजी की बल्कि राज्य सरकार से गृह रक्षा वाहिनी की डीजी शोभा अहोतकर को अविलंब बर्खास्त करने की माँग भी की। राज्य सरकार से की। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही शिक्षाविद और चर्चित समाजसेवी का डॉक्टर प्रीति बाला ने कहा कि सवाल सिर्फ विकास वैभव को गाली देने का नहीं है, यह गाली पूरे बिहार की जनता को दी गई है। आप कितने भी बड़े पद पर हों, पर आपके लिए सुचिता जरूरी है। मैडम अहोतकर के सर पर पद का पावर चढ़ गया है। बिहार का अपमान बिहार की जनता कभी बर्दाश्त नहीं कर सकती है। एक तरफ़ वह, विकास वैभव जैसे ईमानदार अधिकारी को प्रताड़ित करती हैं और दूसरी तरफ उन्हें ही कारण बताओ नोटिस भी जारी कर देती हैं। आज पूरा बिहारी वर्ग इस अपमान के खिलाफ सड़कों पर है। अगर सरकार ने अविलंब उचित और कठोर कार्रवाई नहीं की जाती है और उल्टे विकास वैभव को प्रताड़ित किया गया, तो जन आंदोलन और उग्र होगा जिसके लिए पूरी तरह से राज्य सरकार जिम्मेदार होगी। पूरा मामला यह है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव अभी गृह रक्षा वाहिनी और अग्निशमन विभाग में आईजी के पद पर तैनात हैं। शोभा अहोतकर, इन दोनों विभाग की डीजी हैं। आरोप यह है कि शोभा अहोतकर, बीते एक महीने से आईजी विकास वैभव से गालियों में बात कर रही हैं और उन्हें पटना से बाहर जाने पर रोक लगा दिया है। विकास वैभव ने पहले तो अपमान के खूब घूंट पिये लेकिन जब सब कुछ बर्दास्त से बाहर हो गया, तो उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव अमीर सुबहानी सहित राज्य मुख्यालय के कई अधिकारियों से इसकी शिकायत की। लेकिन उनकी पीड़ा का ईलाज, सरकारी स्तर से नहीं हुआ। तंग आकर विकास वैभव ने, मंगलवार को ट्विटर पर अपनी पीड़ा साझा कर दी। हाँलाँकि श्री वैभव ने अपने ट्वीट को डिलीट कर लिया लेकिन यह व्यापक रूप में वायरल हो गया। विभायीय सूत्रों से तो यह भी जानकारी मिल रही है कि सूबे के सीएम नीतीश कुमार खुद, विकास वैभव के पर कतरने की मंशा रखते हैं। विकास वैभव लेट्स इंस्पायर बिहार नाम से, पूरे बिहार में विस्मृत हो रहे संस्कार और बड़े बदलाव के लिए बड़ा अभियान चला रहे हैं। सूत्रों की मानें, तो नीतीश कुमार को यह अभियान रास नहीं आ रहा है। शुक्रवार के इस आंदोलन ने यह जाहिर कर दिया है कि अभी तो यह अंगड़ाई है, आगे बड़ी लड़ाई है। अगर जल्द इस मामले को पाटा नहीं गया, तो बिहार के सभी जिलों में उग्र आंदोलन होने तय हैं। इस विरोध प्रदर्शन में सतीश गांधी, अमीर अहमद, कुमार राहुल, कौस्तुभ, शिवेश, विकास शाही, कन्हैया कुमार, अभिनंदन यादव समेत सैकड़ों युवा शामिल थे। इससे ईतर पटना के चर्चित शिक्षक गुरु डॉक्टर एम. रहमान ने मुख्यमंत्री को एक पत्र भेज कर, इस पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि बिहार में विकास वैभव एक बड़े यूथ आईकॉन हैं। उनके आदर्शों से प्रभावित होकर बिहार के युवा एक बड़े मुहिम पर निकले हैं। ऐसे में उनके आईकॉन को अगर कोई प्रभावित करेगा और बिहारी अस्मिता को ललकारेगा तो फिर बिहार के लोग चूड़ी पहन कर नहीं बैठे हैं। बोरिंग रोड में अमन समिति के बैनर तले धनंजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में मोमबत्ती जुलूस निकाल कर बिगड़ैल डीजी को सद्बुद्धि देने की भगवान से प्रार्थना भी की गई। इस मौके पर धनंजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहारी अस्मिता पर हमला करने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। विकास वैभव झूठ नहीं बोल सकते हैं। उन पर पूरे बिहारी आवाम को विश्वास है। भले वे आईपीएस अधिकारी हैं, पर अब बिहारियों के मान स्वाभिमान के प्रतीक हैं। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के समर्थन में पटना विश्वविद्यालय क्षेत्र में छात्र संगठनों ने हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। लेट्स इंस्पायर बिहार के मीडिया कोऑर्डिनेटर अनूप नारायण सिंह ने बताया कि जिस तरह से पूरे बिहार में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ है, वह इस बात को दर्शाता है कि विकास वैभव बिहारियों के लिए क्या चीज हैं ? बिहार के मुख्यमंत्री को खुद इस मामले में हस्तक्षेप कर, मामले का पटाक्षेप करना चाहिए तथा बिहारियों को गाली देने वाली अधिकारी को दंडित करना चाहिए।

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