नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली का दो-दिवसीय प्रदेश अधिवेशन रविवार को शेख सराय में संपन्न हुआ। इस अधिवेशन हेतु शेख सराय में संत रविदास के नाम से एक संपूर्ण नगर बसाया गया जिसमें विभिन्न दर्शनीय पंडालों एव अस्थायी भवनों का निर्माण किया गया था।मुख्य सभागार का नाम गुरु तेगबहादुर के नाम पर रखा गया है। अधिवेशन में प्रदर्शनी भवन का भी निर्माण किया गया था जिसका नाम वीरगति प्राप्त लेफ्टिनेंट विवेक सजवान प्रदर्शनी भवन के नाम पर रखा गया था। इस प्रदर्शनी में अभाविप दिल्ली के वर्ष भर के शिक्षा एवं समाज से जुड़े कार्यों की झांकी प्रदर्शित की गई ।इस अधिवेशन में डीयू, जे. एन. यू. ,जामिया तथा संस्कृत विश्वविद्यालय से सैकड़ों छात्रों की उपस्थिति रही। अधिवेशन मे शिक्षा , महिला सुरक्षा एवं पर्यावरण विषय पर तीन प्रस्ताव छात्रों के सुझाव से पारित किये गए जिन पर वर्ष भर अभाविप कार्य करेगी।
अधिवेशन के आज का सत्र भाषण सत्र से प्रारंभ हुआ जिसमें अभाविप के राष्ट्रीय सह- संगठन मंत्री प्रफ्फुल अकांत का उद्बोधन ‘अभाविप एवं व्यक्ति निर्माण’ विषय पर केंद्रित रहा उन्होंने कहा कि, अभाविप देश के हित के लिए चलने वाला एक आंदोलन है। विद्यार्थी परिषद व्यक्ति निर्माण की एक कार्यशाला है, जो एक कार्यकर्ता को जीवन दृष्टि तथा संवेदनशीलता प्रदान करता है। परिषद राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने का प्रयास करता है। मैं से हम की प्रक्रिया ही विद्यार्थी परिषद की पहचान है। अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने ‘भारत का विमर्श’ विषय पर छात्रों को संबोधित किया।
गौरतलब है कि अधिवेशन का शुभारंभ शनिवार को दिल्ली के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए सैकड़ों छात्रों की उपस्थिति में लेफ्टिनेंट विवेक सजवान प्रदर्शनी का उद्घाटन कर के किया गया।
नवनिर्वाचित प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि, हर वर्ष की तरह इस वर्ष का भी अधिवेशन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। हमने इस अधिवेशन में शिक्षा, देश तथा औरतो की सुरक्षा से सम्बन्धित प्रस्ताव पारित किए हैं। अभाविप के कार्यकर्ता आने वाले सत्र में पुरी निष्ठा एवं मनोशक्ति के साथ सफलता पूर्वक लक्ष्य की ओर पहुंचाने के लिए कार्य करेंगे।
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