महाराजा अग्रसेन कॉलेज में “स्पर्धा 2023” के रूप में वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

रिपोर्ट: भावेश पीपलिया

नई दिल्ली: महाराजा अग्रसेन कॉलेज के नॉन कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड सेंटर ने वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में स्पर्धा 2023 का आयोजन किया। स्पर्धा 2023 एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में रखा गया जिसके अंतर्गत 25 से अधिक प्रतियोगिताएं रखी गई। इस दौरान कॉलेज में उत्साह और मौज मस्ती का माहौल बना रहा। सांस्कृतिक गतिविधियां जीवंतता के साथ साथ रंग और जोश भी लाती हैं और साथ ही सामाजिक संपर्क को भी विकसित करती हैं जो आज के व्यस्त और तनावपूर्ण जीवन में दुर्लभ है। इससे शिक्षकों और छात्राओं में भावनात्मक लगाव भी बढ़ता है। इसी कारण नॉन कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड के सभी शिक्षक संकल्पित थे कि छात्राएं विभिन्न गतिविधियों में ज़्यादा से ज़्यादा भाग लें।

कॉलेज के नॉन कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड की टीचिंग इंचार्ज पुनीता अग्रवाल और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रसिद्ध गायिका सिमरन भारद्वाज ने कार्यक्रम का आरंभ कॉलेज ऑडिटोरियम में दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती की वंदना के साथ किया। मुख्य अतिथि के अपने लोंग इलायची 2 जैसे गाने से पूरा समा बंध गया।

छात्राओं ने कॉलेज के पूरे प्रांगण को रंगोली से सजाया। कार्यक्रम में सभी छात्राओं के रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की शोभा और बढ़ा दी । प्रातः से ही कॉलेज के प्रांगण में एक तरफ जहाँ रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा था तो वहीं दूसरी ओर छात्राओं की मेहंदी प्रतियोगिता की खुशबू से वातावरण सराबोर था। कुछ छात्राएं हेयर स्टाइलिंग में हुनर दिखा रही थीं । पोस्टर मेकिंग, स्केचिंग, कार्ड बनाना व सजाना, मिट्टी के बर्तनों की सजावट , फेस पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताओं से आंतरिक मूल्यांकन के साथ-साथ सीखने और दूसरों के साथ मेल-जोल बढ़ाने के अवसरों को बढ़ाता है। कॉलेज से इस प्रकार की प्रतिस्पर्धाओं से शिक्षक छात्राओं की रुचि और व्यवहार कौशल को समझ पाते हैं तथा उन्हें भविष्य में सही कैरियर चुनने में सहायता करते हैं। अन्य प्रतिस्पर्धाओं में वाद-विवाद , क्विज (द माइंड फिज़) ,सुडोकू , आशु भाषण (एक्सटेम्पोर) ,बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट (कचरा शिल्प ) जैसी प्रतियोगिताएं चल रही थी जिसमें बच्चे बढ़-चढ़कर भाग ले रहे थे। माहौल को और अधिक मनोरंजक बनाने का काम फैशन शो प्रतियोगिता ने किया। सभी प्रतियोगियों ने विभिन्न राज्यों की पोशाकों के साथ रैंप वॉक की तो वहीं दूसरी ओर कुछ छात्राएं कागज से बनी पोशाकों को पहनकर फैशन शो में भाग लेने के लिए तैयार थी। ऐसे सुअवसर प्रतिभागियों के आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाते हैं, जिससे छात्राएं बेहतर प्रदर्शन कर पाती हैं।

कॉलेज के नॉन कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड की टीचिंग इंचार्ज पुनीता अग्रवाल ने कहा की आज के तनावपूर्ण जीवन में हास्य बहुत जरूरी है ऐसे में स्टैंड-अप कॉमेडी और एकल नाटक जैसी प्रतियोगिताओं से पूरा कॉलेज में हँसी- ठहाके गूँजने लगे। एकल गायन, एकल नृत्य और ग्रुप डांस जैसे कार्यक्रम भी रखे गए। कार्यक्रम के अंत में विजयी छात्राओं को ट्रॉफी और सर्टिफिकेट दिए गए। कॉलेज के स्पर्धा 2023 जैसे कार्यक्रम अमूल्य और सुखद होने के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से छात्राओं की भागीदारी से उनमें रचनात्मकता, आत्मविश्वास, आत्म अनुशासन, प्रभावी संचार और टीमवर्क जैसी क्षमता और जीवन कौशल को विकसित करने का मौका देते हैं।

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