माता वैष्णो देवी भवन तक अब पैदल चलने की जरूरत नहीं, शुरू हुई ये सुविधा
राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज
रिपोर्ट – विष्णु कान्त शर्मा
जल्द ही लाखों श्रद्धालु कम खर्चे में कटरा से वैष्णो देवी भवन तक की यात्रा 6 मिनट में पूरी कर सकेंगे। सरकार ने 250 करोड़ लागत की रोपवे परियोजना की प्रक्रिया शुरू की है। 2022 के आंकड़ों के मुताबिक यहां करीब 91 लाख श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आए थे।
2.4 किमी लंबे रोपवे के लिए RITES (Rail India Technical and Economic Service) ने बोली आमंत्रित की है। यह परियोजना 3 साल में बन कर पूरी हो जाएगी। यह कटरा में स्थिति बेस कैंप ताराकोट से शुरू होकर मंदिर के करीब सांझी छत तक जाएगी।
इस रोपवे में गोंडोला केबल कार सिस्टम लगाया जाएगा जो एक तरह का एरियल होता है। जिसमें एक केबिन पहाड़ों में एक जगह से दूसरी जगह कई तारों के जरिये यात्रा करता है। इसमें विशेषतौर पर दोहरी तार व्यवस्था होती है। जिसमें दो केबिन एक ट्रेक पर यात्रा करते हैं, जो एक या कई समान तारों पर स्थित होते हैं। इस तरह दोनों केबिन एक ट्रेक्शन तार के ज़रिये मजबूती से जुड़े होते हैं। यह तार पहाड़ पर बनाए गए स्टेशन में लगी पुली के माध्यम से चलते हैं। पुली ही इन्हें आगे और पीछे लाने ले जाने का काम करती है। इस तरह जब एक केबिन ऊपर जाता है तो दूसरा नीचे आता है।
दो साल पहले माता वैष्णो देवी मंदिर में त्रिकुट पहाड़ से अन्य पहाड़ पर स्थित भैरों मंदिर के लिए एक रोपवे की शुरूआत की गई थी। इस रोपवे के बनने के जहां वक्त बचेगा, वहीं यह हेलीकॉप्टर या दूसरे विकल्पों की तुलना में काफी सस्ता होगा।
इसके साथ ही यह रोपवे एक तरफ जहां पर्यावरण की रक्षा करेगा वहीं दूसरी तरफ पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी होगा। इसमें सवार होकर वह पहाड़ों के मनोरम नजारों को देख पाएंगे जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
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