फालतू खर्चे से बचने के लिए परिजनों ने बेटी की सगाई के साथ ही रचा दी शादी

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

बुरहानपुर: परिजन अपनी बेटी की सगाई करने बुरहानपुर पहुंचे, लेकिन सुबह सगाई, दोपहर में हल्दी और शाम में 7 फेरे हो गए। दरअसल सोमवार सुबह भुसावल से योगिता पिता रमेश बागुले अपनी बेटी की सगाई बुरहानपुर के महेश सोमवंशी से कराने आए थे, लेकिन समाज अध्यक्ष अनिल नवग्रहे, सचिव हरीश मोरे ने बैठक की और लड़की वालों को समझाया कि फिजूलखर्च से बचने के लिए चट मंगनी पट ब्याह हो सकता है। लड़का इसके लिए पहले से राजी था। तब सुबह सगाई, दोपहर में हल्दी हुई और शाम में दूल्हा दुल्हन के फेरे कराकर विवाह भी संपन्न करा दिया गया।दरअसल महेश के माता पिता नहीं है। उसके व्यवहार से समाज के लोग काफी खुश हैं।

वह उसके मामा के यहां रहता है। प्रायवेट जॉब करता है। इसी बीच समाज के लोगों ने शादी कराने का भी निर्णय ले लिया। सभी ने मिलकर तैयारी की। युवक ने कहा मैं तो राजी हूं। अगर लड़की वाले राजी हो जाएं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है। लड़की वालों के राजी होते ही सारे इंतजाम पूरे कर शाम में राजघाट स्थित अग्रवाला धर्मशाला में सात फेरे कराए गए। समाज के लोगों ने जरूरत के अनुसार सामान दिया और भोजन की व्यवस्था भी कराई।हमने प्रयास किया कि फिजूल खर्च को रोकते हुए समाजजनों के सहयोग से विवाह कराया जाए। दोनों ही परिवार इसके लिए राजी भी हो गए। आगे भी हमारा प्रयास रहेगा कि इसी तरह समाज के सहयोग से शादी कराएं।

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