मड़ावरा: किसानों ने उपजिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन,मुआवजे की मांग बारिश,ओले से किसानों की बर्बाद हुई गेहूं की फसल
रिपोर्टर- पत्रकार इन्द्रपाल सिंह’प्रिइन्द्र’ /राजीव कुमार जैन,/हरिश्चन्द्र पाल
मड़ावरा/ललितपुर। जनपद की तहसील मड़ावरा के ग्राम धवा,रखवारा के सेजड़ो किसानों ने तहसील मुख्यालय पहुँचकर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी मड़ावरा को सौंपा। ज्ञापन में भारी वर्षा एवं ओले से किसानों की बर्बाद हुई गेहूं और सरसों की फसलों के मुआवजे की मांग की गई।
रखवारा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पुष्पेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि भारी वर्षा एवं ओले के कारण किसानों की गेहूं और सरसों की फसल करीब 60 प्रतिशत नष्ट हो चुकी है, जिससे किसान बहुत ही संकट के दौर से गुजर रहा है।
ग्राम प्रधान धवा महेन्द्र सिंह निरंजन ने कहा कि हमारी उत्तर प्रदेश सरकार से मांग है कि किसानों को सरकार की ओर से जिन किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, ताकि किसानों को कम से कम उनके परिवार को चलाने के मददगार हो।
कर्जा लेने वाले चक्कर लगाने लगे
किसान रामनरेश पटेल ने बताया कि अधिकतर किसानों अपने खेतों में खाने के उद्देश्य से गेहूं बोय थे, लगभग 60 फीसद से ज्यादा फसल चौपट हो गई है। उन्होंने बताया कि कुदरत का कहर किसानों पर बज्रपात की तरह टूटा है। फसल पर किसान का आगे की जीवन निर्भर करता है, फसल अच्छी हुई थी। किसानों सोचा था कि फसल कटते ही सबसे पहले खेती को लिया गया कर्ज चुकाएंगे। मगर, बारिश ने उम्मीदों को तोड़ दिया है। फसल तो चली गई, लेकिन इससे कर्जा देने वाले को कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्हें तो अपने टाइम पर पैसा चाहिए होता है। उनके चक्कर भी शुरू हो गए हैं। अब तो सरकार से आस है कि जल्द मुआवजा देकर किसानों को राहत दे।
बच्चों की शादी में होगी मुश्किल
किसान रामसजीवन पटेल बताया कि ग्राम धवा में अधिकतर किसानों ने गेहूं की फसल को बोया था। बारिश के बाद पूरी फसल खेतों में बिछ गई है। किसान अपने खेत में बैठी फसल को देखकर उदास हो रहे है, उन्होंने बताया कि गॉव के ज्यादातर किसानो को फसल कटाई के बाद लड़का,लड़की की शादी करनी थी। अब ये समझ नहीं आ रहा है कि शादी कैसे होगी। उनका कहना है कि सबसे ज्यादा मार छोटे और कर्जा लेकर खेती करने वालों पर पड़ी है। खेती से ही किसान का परिवार चलता है। फसल नष्ट होने के बाद भूखे मरने की नौबत आ जाती है। सरकार को सकारात्मक पहल करके किसानों की जल्द मदद करनी चाहिए। ज्ञापन में प्रमुख रूप से रामनरेश पटेल,रामजीवन पटेल,रामकुमार पटेल आरके,उमाशंकर,प्रेमसिंह,देवेन्द्र पटेल,खुशीराम,गजेन्द्रसिंह,अंगदसिंह,शिवमपाल,मनोहर,हनुमत,रामपाल,महेश परिहार,नीलेश,रामबाबू समेत धवा,रखवारा के सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
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