कानपुर: फ्लैट बनाने के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। 600 फ्लैट के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की गई। शहर में फ्लैट बना रही निजी कंपनी के पार्टनर ने ही कंपनी के अन्य तीन पार्टनर समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट कराई है। कोतवाली थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। वादी का आरोप है कि फर्म बनाकर आम लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है। लगभग 50 करोड़ रुपए बुकिंग के नाम पर लिए गए।
उन्होंने पार्टनरशिप तोड़ी तो उन्हें चेक से भुगतान किया गया। चेक भी बाउंस हो गए। इस मामले में भी कोर्ट में परिवाद दर्ज कराए गए हैं।कंपनी के निदेशक मंडल में परेश भिड़े, उनकी बेटी नेहा, तेज नारायण सिंह, अनूप सिंह को बनाया गया।उन्होंने 18 बीघा मेहरबानसिंह पुरवा की जमीन कंपनी को दी। यहां पर चार ब्लाक में लगभग 600 अपार्टमेंट बनाने का ब्लू प्रिंट बनाया गया। ब्लाक ए में निर्माण कार्य भी शुरू किया गया।2017 में तेजनारायण की जमीन के कागजात रखकर बैंक से छह करोड़ रुपए का ऋण लिया गया।
तेज नारायण ने आरोप लगाया कि उनके पास कई फ्लैट की बुकिंग कराने वाले पहुंचे। कई के फ्लैट दो-दो बार बेचे गए। उन पर लोन भी हुआ।अधिवक्ता के साथ आए फ्लैट खरीदने वाले सतीश गुरनानी, उमेश कुमार श्रीवास्तव, विजय सिंह चंदेल, जदुवीर सिंह, रवि श्रीवास्तव, राकेश शुक्ला, सुनील कुशवाहा आदि ने आरोप लगाया कि फ्लैट का भुगतान करने के बाद भी सुविधाएं नहीं मिल रही है। एक फ्लैट को कई-कई बार बेचा गया। कई का पैसा वापस किया गया।
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