रामनवमी पर्व के दिन धनबाद में निरसा थाना क्षेत्र के भुरकुंडाबाड़ी गांव में नसरुद्दीन अंसारी के घर में प्रतिबंधित पशु के काटने की घटना से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने नसरुद्दीन के पुत्र शहाबुद्दीन अंसारी को बंधक बनाकर गांव में ही रखा। साथ ही गौ मांस को ग्रामीणों ने जब्त कर लिया है। आरोपित के घर पर पथराव भी किया गया।उसके घर की छप्पर तोड़ कर आग लगा दिए जाने की बात बताई जा रही है। ग्रामीणों की सूचना पर निरसा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची गई है।
घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है।घटना के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव कायम है। पुलिस दोनों पक्षों को समझाने में जुटी हुई है। इस घटना के बाद भाजपा के कई कार्यकर्ता और नेता मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों को संदेह हुआ तो हम लोग उसके घर पर गए तो देखा कि उसके घर में बछड़े का मुंडी एवं मांस टुकड़ों में कर बोरे पर रखा गया है। ग्रामीणों के पहुंचते ही नसरुद्दीन किसी तरह से वहां से भागने में सफल रहा। उसकी पत्नी तैमून बीवी एवं उसकी दो बच्चियां घर पर हैं। घटना के बाद से पुरुष की बात तो छोड़िए, महिलाएं भी काफी अक्रोशित हैं।
इस संबंध में तैमून बीवी ने बताया कि भुरकुंडाबाड़ी गांव के ही जाकिर अंसारी एवं छोटू अंसारी के सहयोग से मेरे पति ने बछड़े को जिबह किया है, मेरे पति एवं उसके दोस्त गांव में ही खरीदार खोजने गए थे। स्थिति की नजाकत को देखते हुए कई थानों की पुलिस गांव बुला ली गई। आरोपी को बंधक मुक्त करा कर पुलिस अपने साथ ले जाने लगी तो ग्रामीणों का आक्रोश और भड़क गया। पुलिस ने पुलिस की गाड़ी के टायर की हवा निकाल दी। इस बीच पुलिस और ग्रामीण में झड़प हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस की तीन गाड़ियों को पलट कर क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस और ग्राम में लाठी-डंडे भी चले, जिसमें कई ग्रामीण और पुलिस वाले भी घायल हुए हैं। स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त जवानों को बुला लिया गया है।तनाव बनी हुई बताई जा रही है।इस संबंध में संवाद संकलन तक किसी भी पुलिस अधिकारी का बयान सामने नहीं आया है।
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