झारखण्ड अभी भी रूढ़िवादी अंधविश्वास के मकड़जाल में झगड़ा हुआ है। लाख कोशिशों के बावजूद भी सरकार द्वारा जनता के बीच जागरूकता की कमी के कारण ऐसी घटनाएं सामने आ ही जाते हैं। इसी प्रकार की एक घटना में लातेहार जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ओरसा पंचायत के भेड़ीगंझार में एक वृद्ध दंपत्ति को डायन बिसाही के आरोप लगाकर सिर मुड़वा कर पूरे गांव में घुमाया गया।जब इसकी सूचना गुप्त सूत्रों के द्वारा महुआडांड़ पुलिस प्रशासन को मिली तो वरीय अधिकारी के नेतृत्व में टीम बनाकर गांव पहुँची और दम्पति को कब्जे में लेकर थाना लाया गया।बताया जाता है कि जांच के लिए महुआडांड़ थाना प्रभारी आशुतोष यादव के नेतृत्व व मजिस्ट्रेड के रूप में अंचल निरीक्षक गौतम कुमार लकड़ा, कनीय अभियंता आशीष कुमार गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे।
घटना के जांच करने पहुँचे टीम को गांव वालों ने बताया कि कुछ दिन पहले गांव में एक महिला की मृत्यु हो गई थी।जिसके बाद रामनवमी के दिन नशे में धुत्त होकर लाली देवी नामक महिला मृतका के घर पहुंची और नशे की हालत मे खुद को डायन बताकर मृतिका के मौत का कारण खुद को बताने लगी। जिसके बाद दूसरे ही दिन गांव के लोगों ने मिलकर बैठक की जहां लाली देवी और उसके पति धनेश्वर नगेसिया को भी बुलाया गया।जहां फिर से लाली देवी अपने आप को डायन बताने लगी।जिसके बाद गुस्साए भीड़ के लोगों ने धनेश्वर नगेसिया और उसकी पत्नी लाली देवी की पिटाई कर दी। इसके बाद मीटिंग में उपस्थित सैकड़ों ग्रामीणों ने पति पत्नी को सिर मुड़वा कर माथे पर चूना का टीका लगाकर पूरे गांव में घुमाया गया।
जांच के बाद थाना प्रभारी आशुतोष यादव पीड़ित दंपत्ति को अपने साथ ले आए। जहां पीड़ित दंपत्ति का बयान दर्ज करा लिया गया है। इस संबंध में थाना प्रभारी आशुतोष यादव ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है, जांच के दौरान कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है। साथ ही घटना में शामिल लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान उपस्थित अधिकारियों ने ग्रामीणों को अंधविश्वास से ऊपर उठने का निवेदन किया।जांच टीम में महुआडांड़ थाना प्रभारी आशुतोष यादव, मजिस्ट्रेट अंचल निरीक्षक गौतम कुमार लकड़ा, कनीया अभियंता आशीष कुमार, पुअनि रतन टुडू,रौशन कुमार समेत सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे।
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