दिल्ली पुलिस ने अस्पताल की पार्किंग से बाइक चोरी करने वाले चार चोर को पकड़ा

नई दिल्ली: दिल्ली के बवाना थाना के स्टाफ ने एमवी अस्पताल की पार्किंग से बाइक चोरी की घटना में चार आरोपियों की गिरफ्तार किया है। आरोपियों की गिरफ़्तारी से साथ मामले सुलझे है। इनके पास से छह चेसिस और अन्य पार्ट्स बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान विशाल ,जसवंत दोनों निवासी गांव प्रह्लादपुर, राजू पोदार निवासी रोहिणी और पंकज निवासी नजफगढ़ के रुप में हुई है।

बाहरी उत्तर जिले के डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि वाहन चोरी घटना को अंकुश लगाने के लिए बाहरी उत्तरी जिले में दर्ज वाहन चोरी की घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है। जांच के दौरान पता चला कि एमवी अस्पताल की पार्किंग में मोटरसाइकिल चोरी बढ़ गई है। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के बाद, पाया गया कि अस्पताल में हर दिन एक व्यक्ति आता है और मोटरसाइकिल चोरी करके लौटता है। सीसीटीवी फुटेज के निरंतर विश्लेषण से पता चला की अस्पताल से रिपोर्ट किए गए सभी घटना में एक ही व्यक्ति शामिल है। अस्पताल के प्रवेश द्वार पर इस व्यक्ति पर नजर रखने के लिए एक टीम तैनात की गई थी। टीम ने 5 दिनों की निगरानी के बाद इस व्यक्ति को अस्पताल के गेट पर पकड़ लिया।

डीसीपी ने बताया कि पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान विशाल कुमार मिश्रा रूप में बताई। उसने वाहन चोरी के नव मामले कबूल कर आगे खुलासा किया कि उसने चोरी के वाहनों को साइकिल मैकेनिक जसवंत को 2500 रुपये में एक के हिसाब से बेका था। जसवंत ने खुलासा किया कि उसने विशाल से चोरी की बाइकों को ऊंचे दामों पर खरीदा कर डिस्मेंटल करने के लिए राजू पोदार को दिया था। जो प्रत्येक 5000 रुपये में चोरी की मोटरसाइकिल खरीदता हैं, बाद में राजू को पकड़ लिया गया और पूछताछ में राजू पोदार ने कहा कि उसने सभी बाइकें पंकज को 7000/- रुपये में बेचीं। उसे पकड़ा गया और पूछताछ की गई जिसने खुलासा किया कि वह चोरी के वाहनों को खरीदता है, उन्हें नष्ट करता है और उनके प्रयोग करने योग्य पुर्जे मैकेनिकों के माध्यम से ग्रे मार्केट में बेचे जाते हैं और बाकी खुले पुर्जों को रीसाइक्लिंग के लिए किलोग्राम में स्क्रैप के रूप में बेचा जाता है। इसके अलावा उसकी निशानदेही पर चोरी के वाहनों के 6 चेसिस भी बरामद की हैं।

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