दिल्ली में अफ्रीकी रसोई की आड़ में नाइजीरियन करता था ड्रग्स सप्लाय, ढाई करोड़ की हेरोइन के साथ पुलीस ने पकड़ा

नई दिल्ली: दिल्ली के बाहरी जिले की एंटी नारकोटिक्स सेल ने नशा तस्करी मामले में एक नाइजीरियन को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान संडे ओकेके उगवोके के रुप में हुई है। आरोपित के पास से 1.01 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत क़रीब ढाई करोड़ रुपये है। आरोपित के खिलाफ निहाल विहार थाने में मामला दर्ज किया गया है।

बाहरी जिले के डीसीपी हरेंद्र सिंह ने बताया की एंटी नॉरकोटिक्स सेल को जानकारी मिली थी आरोपी संडे ओकेके उग्वोके शिव विहार, निलोठी एक्सटेंशन, निहाल विहार में अफ्रीकी किचन में काम करता है। वह किचन की आड़ में, वह दिल्ली एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में ड्रग्स की सप्लाई कर रहा है। उसके कई बड़े सप्लायरों से संबंध हैं। वह हेरोइन की सप्लाई के लिए तिलक नगर जाएगा। सुचना पर एक टीम गठित कर मौके पर पहुंची और ड्रग सप्लायर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। कुछ देर बाद आरोपी को एक चार मंजिला मकान से खाकी रंग का पेपर बैग लिए निकलते देखा। जैसे ही पुलिस टीम ने उसको पकडऩे की कोशिश की। वह जल्दी से घर जाने की कोशिश करने लगा। जिसका पीछा कर उसके फ्लैट के पास ही दबोच लिया गया। उसके कब्जे से खाकी रंग के पेपर बैग की तलाशी ली। जिसमें से ड्रग्स रखे दो पॉलीथिन के पैकेट मिले। फील्ड टेस्टिंग किट से पाउडर की जांच की गई तो वह हेरोइन निकली। तौलने पर हेरोइन का एक पैकेट 302 ग्राम और दूसरा पैकेट 708 ग्राम का था। निहाल विहार थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

डीसीपी ने बताया की पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी जनवरी 2020 में तीन महीने के लिए मेडिकल वीजा पर भारत आया था। जब वह भारत आया, उसका दोस्त केनेचिकवु पहले से ही चंदर विहार में रह रहा था। केनेचिकवु ने उसे चंदर विहार में एक अफ्रीकी रसोई में नौकरी खोजने में मदद की। इन रसोई घरों में अफ्रीकी भोजन और पेय परोसे जाते हैं जहां अफ्रीकी लोग इकठ्ठा होते हैं और उनका सामाजिककरण होता है। रसोई में काम करते-करते उसको अफ्रीकियों द्वारा नशीले पदार्थ खरीदने व बेचने की जानकारी हो गई थी। आरोपी ने बाद में शिव विहार, निलोठी एक्सटेंशन में एक ग्राउंड फ्लैट किराए पर लिया। पिछले साल अगस्त में ही उसका दोस्त केनेचिक्वु नाइजीरिया से वापिस लौटा। आरोपी से पता चला कि कई नाइजीरियाई ऐसे होते हैं जो बहुत कम समय के लिए भारत आते हैं। वे भारत में हेरोइन की तस्करी करते हैं और दिल्ली एनसीआर में तस्करों को ड्रग्स देने के बाद जल्दी से वापिस नाइजीरिया चले जाते हैं।

आरोपी से जो ड्रग्स बरामद हुई। वह उसने उगोचुकवु नाम के एक नाइजीरियन से खरीदी थी। उगोचुकवु से मुलाकात उसकी उस वक्त हुई थी। जब वह अफ्रीकी रसोई में काम कर रहा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी मेडिकल वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद से अवैध रूप से रह रहा है। पासपोर्ट की जांच से दूसरे वीजा चिपकाए जाने का पता चलता है, लेकिन देश से आने-जाने की एंट्री न होने से यह फर्जी दस्तावेज लगता है जिसकी भी जांच की जाएगी।

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