महराजगंज: नौतनवां थाना क्षेत्र के खरगबरवां गांव में गौतम खेत की रखवाली करने के लिए गांव के बाहर घर से 500 मीटर की दूरी पर बागीचे में एक झोपड़ी बनाए थे। बृहस्पतिवार को उनका तीन साल का बेटा राजा और चार साल की बेटी काजल झोपड़ी में खेलने में गए। शाम करीब 4:30 बजे दोनों अंदर से चेचरा बंद कर झोपड़ी में खेल रहे थे। अचानक झोपड़ी जलने लगी। दोनों मासूमों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिल सका।गांव के लोग समझ नहीं सके कि झोपड़ी में दो मासूम हैं। गांव के लोग आग बुझाने के लिए दौड़े तो मासूमों की मां, दादी चिल्लाते हुए घर से निकलीं। वे बोल रही थीं कि मेरे बच्चों को बचाओ।
गांव के लोगों ने पंपिंगसेट चलाकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक भाई-बहन जल चुके थे।आग बुझने के बाद मासूमों के शव को देखकर उनकी मां सरिता बेहोश हो गईं। इस घटना की जानकारी होते ही अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। लोगों के मुताबिक बच्चे खेलने के दौरान माचिस की तीली जलाए होंगे, इससे आग लगी होगी। आग लगने के सटीक कारणों को कोई बता नहीं सका।नौतनवां क्षेत्राधिकारी अजय सिंह चौहान ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आग पर काबू पा लिया गया है। पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की जाएगी।
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