पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग 22 अप्रैल 2023

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*** जय श्री राधे ***
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
***ll जय श्री राधे ll***
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*दिनाँक:- 22/04/2023, शनिवार*
द्वितीया, शुक्ल पक्ष,
वैशाख
“”””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———- द्वितीया 07:48:42 तक
पक्ष————————- शुक्ल
नक्षत्र——— कृत्तिका 23:23:04
योग——— आयुष्मान 09:23:49
करण———– कौलव 07:48:42
करण———– तैतुल 19:42:56
वार———————– शनिवार
माह———————– वैशाख
चन्द्र राशि——————- वृषभ
सूर्य राशि——————— मेष
रितु————————- ग्रीष्म
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2079
शक संवत—————— 1945

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:49:35
सूर्यास्त————— 18:46:19
दिन काल————- 12:56:44
रात्री काल————–11:02:19
चंद्रोदय—————- 07:03:27
चंद्रास्त————— 21:10:59

लग्न—- मेष 7°27′ , 7°27′

सूर्य नक्षत्र—————– अश्विनी
चन्द्र नक्षत्र—————- कृत्तिका
नक्षत्र पाया——————-लोहा

*??? पद, चरण ???*

ई—- कृत्तिका 11:06:02

उ—- कृत्तिका 17:13:22

ए—- कृत्तिका 23:23:04

ओ—- रोहिणी 29:35:10

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मेष 07 : 59 अश्विनी , 3 चो
चन्द्र=वृषभ 00:56 , कृतिका , 2 ई
बुध =मेष 21°: 34′ भरणी’ 3 ले
शुक्र=वृषभ 18 °05, रोहिणी ‘ 3 वी
मंगल=मिथुन 19°30 ‘ आर्द्रा ‘ 4 छ
गुरु=मीन 29°30 ‘ रेवती , 4 ची
शनि=कुम्भ 10°13 ‘ शतभिषा ‘ 2 सा
राहू=(व) मेष 10°12 अश्विनी , 4 ला
केतु=(व) तुला 10°12 स्वाति , 2 रे

*??? शुभा$शुभ मुहूर्त ???*

राहू काल 09:04 – 10:41 अशुभ
यम घंटा 13:55 – 15:32 अशुभ
गुली काल 05:50 – 07: 27अशुभ
अभिजित 11:52 – 12:44 शुभ
दूर मुहूर्त 07:33 – 08:25 अशुभ
वर्ज्यम 11:06 – 12:44 अशुभ

?चोघडिया, दिन
काल 05:50 – 07:27 अशुभ
शुभ 07:27 – 09:04 शुभ
रोग 09:04 – 10:41 अशुभ
उद्वेग 10:41 – 12:18 अशुभ
चर 12:18 – 13:55 शुभ
लाभ 13:55 – 15:32 शुभ
अमृत 15:32 – 17:09 शुभ
काल 17:09 – 18:46 अशुभ

?चोघडिया, रात
लाभ 18:46 – 20:09 शुभ
उद्वेग 20:09 – 21:32 अशुभ
शुभ 21:32 – 22:55 शुभ
अमृत 22:55 – 24:17* शुभ
चर 24:17* – 25:40* शुभ
रोग 25:40* – 27:03* अशुभ
काल 27:03* – 28:26* अशुभ
लाभ 28:26* – 29:49* शुभ

?होरा, दिन
शनि 05:50 – 06:54
बृहस्पति 06:54 – 07:59
मंगल 07:59 – 09:04
सूर्य 09:04 – 10:09
शुक्र 10:09 – 11:13
बुध 11:13 – 12:18
चन्द्र 12:18 – 13:23
शनि 13:23 – 14:27
बृहस्पति 14:27 – 15:32
मंगल 15:32 – 16:37
सूर्य 16:37 – 17:42
शुक्र 17:42 – 18:46

?होरा, रात
बुध 18:46 – 19:42
चन्द्र 19:42 – 20:37
शनि 20:37 – 21:32
बृहस्पति 21:32 – 22:27
मंगल 22:27 – 23:22
सूर्य 23:22 – 24:17
शुक्र 24:17* – 25:13
बुध 25:13* – 26:08
चन्द्र 26:08* – 27:03
शनि 27:03* – 27:58
बृहस्पति 27:58* – 28:53
मंगल 28:53* – 29:49

*?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??*

मेष > 04:34 से 07:18 तक
वृषभ > 07:18 से 08:10 तक
मिथुन > 08:10 से 10:30 तक
कर्क > 10:30 से 12:28 तक
सिंह > 12:28 से 14:54 तक
कन्या > 14:54 से 17:20 तक
तुला > 17:20 से 19:28 तक
वृश्चिक > 19:28 से 2134 तक
धनु > 21:34 से 11:40 तक
मकर > 11:40 से 01:24 तक
कुम्भ > 01:24 से 03:24 तक
मीन > 03:24 से 05:30 तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

2 + 7 + 1 = 10 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

सूर्य ग्रह मुखहुति

*? शिव वास एवं फल -:*

2 + 2 + 5 = 9 ÷ 7 = 2 शेष

गौरी सन्निधौ = शुभ कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*?? विशेष जानकारी ??*

* अक्षय तृतीया

*श्री परशुराम जन्मोत्सव

* श्री शिवाजी जयंती

* श्रीबांके बिहारी जी चरण दर्शन

*चंदन यात्रा, जलकुम्भ दान श्री द्वारिकाधीश जी

*सर्वार्थ, अमृत सिद्धि योग 23:23 से

*??? शुभ विचार ???*

यस्मिन रुष्टे भयं नास्ति तुष्टे नैव धनागमः ।
निग्रहाऽनुग्रहोनास्ति स रुष्टः किं करिष्यति ।।
।। चा o नी o।।

जिसके डाटने से सामने वाले के मन में डर नहीं पैदा होता और प्रसन्न होने के बाद जो सामने वाले को कुछ देता नहीं है. वो ना किसी की रक्षा कर सकता है ना किसी को नियंत्रित कर सकता है. ऐसा आदमी भला क्या कर सकता है.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: ज्ञानविज्ञान योग अo-07

अव्यक्तं व्यक्तिमापन्नं मन्यन्ते मामबुद्धयः ।,
परं भावमजानन्तो ममाव्ययमनुत्तमम्‌ ॥,

बुद्धिहीन पुरुष मेरे अनुत्तम अविनाशी परम भाव को न जानते हुए मन-इन्द्रियों से परे मुझ सच्चिदानन्दघन परमात्मा को मनुष्य की भाँति जन्मकर व्यक्ति भाव को प्राप्त हुआ मानते हैं॥,24॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

⚖️तुला
पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत का आशीवार्द मिल सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। लंबित कार्य पूर्ण होंगे। प्रमाद न करें।

?वृश्चिक
पुराना रोग उभर सकता है। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। किसी व्यक्ति के व्यवहार से अप्रसन्नता रहेगी। अपेक्षित कार्य विलंब से होंगे। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। किसी व्यक्ति विशेष की नाराजी झेलना पड़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

?धनु
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। नौकरी में शांति रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग रहेगा। कार्य समय पर पूर्ण होंगे।

?मकर
जल्दबाजी न करें। कोई समस्या खड़ी हो सकती है। शरीर शिथिल हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेगे। प्रमाद न करें।

?कुंभ
यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्‍थ्य प्रभावित होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न उठाएं।

?मीन
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बेचैनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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