बहराइच। नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सतीजोर के मजरा चरगहवा गांव निवासी इसराईल 65 वर्ष जेल में बंद थे। उन्हें ब्लडप्रेशर की बिमारी थी। जेल में बंद होने के कारण जेल प्रशासन द्वारा उन्हें जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते मे ही मौत हो गई। पुलिस ने शव पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जाता है कि मृतक इसराईल को डेढ़ माह पूर्व ही एक और युवक के साथ जिसकी दुकान के सामने फुटपाथ पर अपनी बर्तन की दुकान चलाते थे चरस के एक केश में पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था। प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पत्र लिखा और कोतवाली देहात पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया। मौत की सूचना पाकर चरगहवा गांव से उसके परिवार और काफी संख्या में परिचित पोस्टमार्टम हाउस शव को लेने के पहुंचे थे।
डिप्टी जेलर देवकांत वर्मा का कहना है कि कैदी को अचानक सीने में दर्द हुआ। जिस पर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि विगत 05 मार्च को जनपद श्रावस्ती की पुलिस ने उसे चरस के केश में जेल भेजा था। बताया जा रहा है कि श्रावस्ती जनपद के माल्ही चौराहे से एनडीपीएस एक्ट में क्राइम ब्रांच की टीम ने जेल भेजा था। लेकिन मृतक के पुत्र जमील अहमद ने बताया कि पिता मल्हीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत माल्ही चौराहे पर इदरीश की दुकान के सामने फुटपाथ पर बर्तन की दुकान चलाते थे। धोखे से एक व्यक्ति ने बैग रख दिया। जिसमें उपर आलू और नीचे कुछ संदिग्ध सामान था। जैसे ही वह रख कर गया पीछे से आई क्राइम ब्रांच की टीम इसराईल और इदरीश को लेकर चली गई थी।
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