नौचंदी के अवसर पर बांसा शरीफ़ में उमड़ा आस्था का जन सैलाब l 

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

बाराबंकी,कस्बा बांसा शरीफ स्थित सैय्यद अब्दुर्रज्जाक शाह (रह0) की मजार शरीफ पर चल रहे 8 दिवसीय सालाना मेले में आज नौचंदी के चलते जायरीनों की भारी भीड़ रही। मेले में शांति व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से थानाध्यक्ष सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा l ईद उल फित्र के दिन से सैय्यद साहब की याद में लगने वाले मेले में नौचंदी को लेकर जायरीनों की काफी भीड़ रही। उल्लेखनीय हो कि मजार शरीफ पर आने वाले जायरीनों में भूत प्रेत बाधा से त्रस्त,निःसन्तान दम्पतियों की संख्या ज़्यादा होती है।जिसमे गोण्डा, बहराईच, बलरामपुर, श्रावस्ती, बस्ती,सीतापुर, लखीमपुर, शाहजहांपुर,कानपुर, उन्नाव,झांसी सहित प्रदेश के कोने कोने से हजारो जायरीन बाबा की मजार पर माथा टेकने आते है। मेले में जायरीनों की भारी भीड़ होने के कारण सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गयीं l थानाध्यक्ष अभिषेक तिवारी,उपनिरीक्षक श्मशाद अली सहित दो दर्जन से अधिक आरक्षी मौजूद रहे।

    

( जश्ने ईद मिलादुनबी का आयोजन)

बांसा शरीफ में चल रहे आठ दिवसीय मेले के आज छठे दिन  जश्ने ईद मिलादुन्नबी का  आयोजन मेला कमेटी द्वारा किया गया जिसमें मौलाना अहमद अली ने अपने विचार व्यक्त किये उन्होंने कहा की पीर व फकीर अल्लाह के बहुत करीबी हैं उन लोगों के ज़रिए से मांगी गई दुआ अल्लाह बहुत जल्दी पूरी करते है पीर व फकीर के आस्ताने पर आकर आत्मा को शांति मिलती है व दिली सुकून मिलता है सभी लोगों को ऐसे स्थानों पर जरूर जाना चाहिए इन्हीं लोगों की दुआओं की बदौलत आज संसार चल रहा हैl मेला कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद रिजवान संजय ने बताया कि मेले का समापन 29 अप्रैल को मजार  पर मेला कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा चादर चढ़ा कर मिला कमेटी के द्वारा किया जाएगा l

■ गर्मी में बेहाल हुए जायरीन ■ 

ईद उल फित्र के दिन से कस्बा बांसा शरीफ में चल रहे 8 दिवसीय सालाना मेले में आज नौचंदी के चलते उमड़ी भीड़ एवं भीषण गर्मी में जायरीन बेहाल रहे।मेला कमेटी द्वारा जायरीनों के ठहराव के लिए कोई व्यवस्था न करने से लोग गर्मी में तपते रहे। यही नहीं मेला परिसर में पानी की व्यवस्था न होने से लोग प्यास बुझाने के लिए पानी के लिए भटकते नजर आये। उल्लेखनीय हो कि जिले के प्रसिद्ध मेलो में शुमार  बांसा शरीफ में वैसे तो हरदिन जायरीनों की भीड़ रहती है परन्तु हर माह नौचंदी मेले में हजारों जायरीनों की भीड़ रहती है परन्तु रैन बसेरा न होने के कारण जायरीनों को सभी मौसमो में खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ती हैं।

■ चारो ओर फैली गन्दगी ■

मेला परिसर में सार्वजनिक शौचालय न होने के कारण जायरीनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खेत एव सड़क के किनारे शौच के चलते गन्दगी की भरमार है।

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