रायबरेली: ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में इन दिनों अपराधियों के हौसले बुलंद होते हुए नजर आ रहे हैं। कोतवाल बालेंद्र गौतम की निष्क्रिय कार्यशैली से फरियादियों को न्याय नहीं मिल रहा है।एक ऐसा ही मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में देखने को मिला जहां पर बिलासपुर के रहने वाले मजदूर ऊंचाहार पट्टी रहस कैथल जितेंद्र बहादुर सिंह के ईट भट्टे पर ईंट पथाई मजदूरी करने आए थे। लेकिन उन मजदूरों को क्या पता कि उनका मालिक उनके लिए मौत बनकर बरसेगा।
मृतक युवक की पत्नी ने पुलिस अधीक्षक के माध्यम से पुलिस महानिदेशक को पत्र देते हुए बताया कि 25 नवंबर 2022 को ईट भट्ठा मालिक द्वारा ₹25000 एडवांस देकर भट्ठा मालिक राकेश कुमार व जगतपाल ने बिलासपुर से बेटा, बेटी, एवं पति, पत्नी समेत 15 लोगों को ईट पथाई के लिए लाया गया था। पुत्री ने मीडिया को बताया कि भट्ठा मालिक गुंडा किस्म का आदमी है।जिसके द्वारा ईंट पथाई को लेकर बार-बार मेरे पति को टॉर्चर किया जा रहा था।
गौरतलब हो कि बीते 12/12 /2022/की रात्रि को दबंगों द्वारा मेरे पति को बुरी तरह लात घुसो से पीटा जिससे उनकी मृत्यु हो गई। दबंग भट्ठा मालिक ने अपने गुर्गों के माध्यम से मृत युवक के शव को मारकर वहीं पर गड़वा दिया गया है। और बेटों को धमकाया की कहीं भेद बताया तो तुमको भी बंदूक से मरवा देंगे। पीड़िता ने ऊंचाहार कोतवाली में तहरीर दिया लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
न्यायालय में गुहार लगाने के बाद पीड़िता की तहरीर पर ऊंचाहार पुलिस ने 16/04/23को कोतवाली में अभियोग पंजीकृत किया गया। लेकिन ऊंचाहार पुलिस कि निष्क्रिय कार्यशैली को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कि आखिर पीड़ित परिवार द्वारा हत्या का आरोप लगाया जा रहा है और पुलिस अपहरण का केस दर्ज कर मामले को रफा-दफा करने में लगी हुई है हालांकि इस मामले में ऊंचाहार प्रभारी निरीक्षक से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन मोबाइल नॉट रीचबल जा रहा था।
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