फर्जी वोट डालते पकड़े जाने पर मतगणना के बाद होगी जमानत

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

लखनऊ: पिछले कुछ चुनाव में फर्जी आधार कार्ड अथवा वोटर आईडी कार्ड से फर्जी वोट डालने की शिकायतें मिल रही थीं। वही इस बार पुलिस प्रशासन ने फर्जी आधार कार्ड और फर्जी आईडी से वोट डालने पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने का इंतजाम कर लिया है। इस बार निकाय चुनाव में प्रत्येक बूथ पर एक एक्सपर्ट पुलिसकर्मी होगा जिसके मोबाइल में एक एप्लीकेशन होगी। मोबाइल की एप्लीकेशन से पुलिसकर्मी संदिग्ध मतदाता के आधार कार्ड का क्यूआर कोड स्कैन करेगा।

अगर आधार कार्ड सही है तो कार्ड धारक का नाम, पिता का नाम, वार्ड संख्या, उम्र और एड्रेस के साथ ही अन्य सभी जानकारी मोबाइल पर आ जाएगी। अगर मतदाता के पास आधार कार्ड फर्जी हुआ तो मोबाइल ऐप तुरंत पुलिसकर्मी को बता देगा।इसके बाद पुलिस फर्जी मतदाता को हिरासत में ले लेगी। इसके अलावा पुलिसकर्मी के पास आंखों की रेटिना स्कैन करने का कैमरा भी होगा, जिसके द्वारा आंखों की रेटिना का फोटो लेकर उसे साइबर एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा ताकि उस व्यक्ति का सही नाम और पता लगाया जा सके।

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