कन्नौज:इंदरगढ़ के ग्राम कलशान में ज्वाला देवी मंदिर मे चल रही भागवत कथा के तीसरे दिन भगवान पुरुषोत्तम श्री राम के वनवास की कथा सुनकर भक्त भावविभोर हुए। कथा सुनाते हुए कथावाचक आचार्य पंडित देवकीनंदन ने बताया पूर्व जन्म के अनुसार भगवान राम को राज्याभिषेक के वक्त उनकी बड़ी मात केकई द्वारा अपने पुत्र भरत को अयोध्या का राज्य राम को 14 वर्ष का वनवास मांगा।
राम को बनवास आगे जाने पर राजा दशरथ ने पूर्व में दिए दो वचनों के अनुसार एक में भारत को राज्य पाठ और दूसरे में राम को बनवास मांगने पर दिया गया। केकई द्वारा इन वरदानो के मांगे जाने के बाद राजा दशरथ ने अपनी सुध बुध खो दी और हाय राम हाय राम करते रह गए। अयोध्या में प्रजा के आंसू निकल आए। वही राम के बन जाते ही दशरथ ने भी प्राण त्याग दिए । इस दौरान कलशान के पूर्व प्रधान राकेश सिंह सेंगर और भाजपा के कन्नौज मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह द्विवेदी ने कथा वाचक शास्त्री देवकीनंदन को फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया । भागवत कथा में भक्तों की भारी भीड़ रही।
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