डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के बृहस्पति भवन में सप्त दिवसीय योग एवं हवन कार्यक्रम को आयोजित करने के हेतु एक बृहद मीटिंग बुलाई गई इस मीटिंग की अध्यक्षता माननीय कुलपति महोदया प्रोफेसर आशु रानी व कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह के निर्देशन में की गई उपरोक्त बैठक में प्रोफेसर यूएन शुक्ला, डॉक्टर अखिलेश सक्सेना, योगाचार्य डॉक्टर राजकुमार शर्मा, डॉ रीता निगम, रामनिवास शर्मा, डॉक्टर बृजेश शर्मा, श्री राठौर, सहायक कुलसचिव अनूप केशरवानी, सुनील दीक्षित व अन्य लोग उपस्थित रहे। उपरोक्त बैठक में माननीया कुलाधिपति महोदया जी के इच्छानुसार यह तय किया गया कि इस वर्ष 21 जून को होने वाले अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस को विश्वविद्यालय बृहद रूप से आयोजित करेगा यह केवल योगा दिवस के रूप में ही नहीं बल्कि योग सप्ताह के रूप में आयोजित किया जाएगा इसी कड़ी में आज सुबह 5:30 बजे से खंदारी कैंपस के दीक्षांत समारोह प्रांगण में यज्ञ, हवन व योग के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत हो गई यह यज्ञ हवन, योग व व्याख्यान नियमित रूप से दिनांक 21 जून 2023 तक उपरोक्त स्थान पर आयोजित किए जाते रहेंगे. इसी कड़ी में यह भी तय किया गया कि यह सप्ताह इन योग कार्यक्रमों को खंदारी परिशर तक ही सीमित नहीं रखेगा बल्कि इसमें मेहताब बाग, फतेहपुर सीकरी, ए डी ए गार्डन, दशहरा घाट, 5 गोद लिए हुए ग्रामों, आंगनवाड़ी केंद्रों, संस्कृति भवन, स्कूल ऑफ लाइफ साइंस पार्क, सेठ पदम चंद जैन पार्क, ग्रह विज्ञान संस्थान, विश्वविद्यालय के पालीवाल पार्क कैंपस, छलेसर कैंपस आगरा किला आदि स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। यह भी तय किया गया कि दिनांक 18 जून 2023 को भगवान शिव के मंदिरों के लिए प्रसिद्ध व जैन तीर्थंकरों की तपोभूमि तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्म स्थली बटेश्वर पर भी इस कार्यक्रम का बृहद रूप देखने को मिलेगा उपरोक्त कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु विश्वविद्यालय ने डॉक्टर मोहम्मद अरशद, प्रोफेसर यू एन शुक्ला व डॉक्टर अखिलेश सक्सेना कोर टीम के साथ अन्य विभिन्न स्थलों पर विभिन्न विभिन्न अध्यापक गणों को जिम्मेदारियों का आवंटन कर दिया है आशा ही नहीं वह विश्वास है कि यह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस विश्वविद्यालय के इतिहास में अभूतपूर्व साबित होगा. साथी ही शहर के सभी भद्रजनों से अनुरोध है कि वह उपरोक्त कार्यक्रमों में सुबह 5:30 से बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। योग दिवस का महत्व केवल शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ही नहीं है बल्कि यह आत्मा की शुद्धि के लिए भी आवश्यक है इससे शारीरिक व मानसिक रूप से हमारा देश सशक्त बनेगा तथा यज्ञ व हवन द्वारा हम अपने वातावरण को शुद्ध रखने में सफल होंगे। उपरोक्त बैठक में के पी सिंह अमित रावत, अनुज पाराशर जयदीप शर्मा की भी उपस्थिति सराहनीय रही।
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