सांड के हमले से घायल 62 वर्षीय वृद्धा की इलाज के दौरान मौत

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

कानपुर नगर: निगम भले ही छुट्टा गोवंशों को पकड़ने का दावा कर रहा हो, लेकिन सड़कों पर घूम रहे ये गोवंश लोगों की जान ले रहे हैं। बादशाहीनाका मंडी के पास गुरुवार रात कविता तिवारी (62) को सांड ने पटककर अधमरा कर दिया। इलाकाई लोगों ने सांड को भगाकर कविता को उर्सला में भर्ती कराया। यहां शुक्रवार सुबह उनकी मौत हो गई। घटना के बाद से स्थानीय लोगों में गुस्सा है।कविता तिवारी भतीजे सुमित के साथ जवाहरनगर में रहती थीं। सन 1994 में उनके पति प्रमोद तिवारी की शुक्लागंज में सड़क हादसे में मौत हो गई थी।

उनकी दो बेटियों की शादी हो चुकी है। भतीजे सुमित ने बताया कि चाची कविता 15 साल से घंटाघर निवासी गल्ला कारोबारी रसिक बिहारी के यहां खाना बनाने का काम करतीं थीं। गुरुवार को वह खाना बनाकर रात करीब 10 बजे घंटाघर से लौट रही थीं।तभी बादशाहीनाका मंडी के पास सांड ने हमला कर दिया। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। पुलिस ने उन्हें गंभीर हालत में उर्सला में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उनके चेहरे और नाक के पास टांके लगाए। शुक्रवार सुबह जब परिजन उनकी तलाश में बादशाहीनाका थाने पहुंचे, तो पुलिस ने एक बुजुर्ग महिला को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराने की बात कही।

परिजन उर्सला पहुंचे तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।कानपुर शहर में छुट्टा घूम रहे चार हजार से ज्यादा मवेशी शहरवासियों की जान के लिए खतरा बने हैं। यातायात प्रभावित होने के साथ ही इनकी वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। कई लोगों की जान भी जा चुकी है, लेकिन नगर निगम शहरवासियों को इनसे निजात नहीं दिला पा रहा है।बादशाहीनाका में महिला पर हमला करने वाले सांड को पकड़ लिया गया है, उसे पनकी नंदीशाला भेजा गया है। नगर निगम पांच कैटल कैचिंग वाहनों के माध्यम से रोज 20 से 25 मवेशी पकड़े जा रहे हैं।

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