बिलासपुर: जांजगीर चांपा -रायपुर नेशनल हाईवे में तेज रफ्तार ट्रक ने मवेशियों की झूंड को रौंद दिया, जिससे 18 मवेशियों की मौत हो गई। वहीं, छह मवेशी घायल हो गए। मौके पर पहुंचे गौ सेवकों ने घायल मवेशियों का इलाज कराया। साथ ही आरोपी चालक के खिलाफ केस दर्ज कराया है।खबर मिलते ही गौ सेवक वहां पहुंचे, तब पता चला कि रायपुर से बिलासपुर बाईपास होते हुए जांजगीर-चांपा के लिए बने नेशनल हाईवे में बैठे मवेशियों को तेज रफ्तार अज्ञात ट्रक ने कुचल दिया है। इस हादसे में 18 मवेशियों की मौत हो गई। वहीं, छह मवेशी घायल पड़े थे। गौ सेवकों ने घायल मवेशियों का इलाज कराया, जिसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।दरअसल, बारिश के मौसम में कीचड़ से बचने के लिए मवेशी स्टेट और नेशनल हाईवे को अपना ठिकाना बना लेते हैं। शाम होते ही ही मवेशियां सड़क पर आ जाती है, जिसके कारण वाहन चालकों को भी दिक्कतें होती है। इसे लेकर हाईकोर्ट में अलग-अलग जनहित याचिका भी दायर की गई है, जिसमें से दो याचिकाओं पर लगातार सुनवाई चल रही है। इससे पहले भी हाईकोर्ट ने सड़कों से मवेशियों को नहीं हटाने पर सख्त नाराजगी जताई थी।राज्य शासन ने मवेशियों को रखने के लिए शहर से लेकर गांव तक गौठानों का निर्माण किया है। इसका उद्देश्य मवेशियों की सुरक्षा करना और उन्हें गौठान में सुरक्षित जगह देना है। लेकिन, मवेशियों के गौठानों के बजाए सड़क पर बैठने से योजना के क्रियान्वयन पर ही सवाल उठ रहा है।
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