मेरठ: मणिपुर की घटना के बाद पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सड़क से संसद तक बहस छिड़ी हुई है। उसके बाद भी परतापुर में किशोरी को बंधक बनाकर एक घंटे तक बंद कमरे में यातनाएं दी गई। आरोप था कि किशोरी ने प्रेमी के संग गई युवती की मदद की है। दो युवक खुद को पुलिस बताकर किशोरी को घर से कार में डालकर अछरोड़ा रोड पर स्थित एक कमरे में ले गए, जहां पर किशोरी के बाल पकड़कर घसीटा गया। चेहरे पर थप्पड़ जड़े, पेट में लात-घुसो से वार किए।बदहवास होने पर आरोपित किशोरी को कमरे में छोड़कर चले गए।
परिवार के लोगों मौके पर पहुंचे और किशोरी को थाने लेकर आए। उसका उपचार कराया जा रहा है। पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।पिता के मुताबिक, सोमवार की शाम सात बजे अछरोंडा के आदित्य और गौरव किशोरी के घर पहुंचे। उन्होंने खुद को पुलिसकर्मी बताकर कहा कि किशोरी को पूछताछ के लिए थाने ले जा रहे है। किशोरी को अपने साथ कार में बैठाकर घर से गए। किशोरी के मुताबिक, उसे अछरोड़ा चौराहे स्थित एक मकान में ले गए, जहां पर उषा के बारे में किशोरी से पूछताछ की गई।
किशोरी ने उषा के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की, जिसके बाद गौरव और आदित्य ने किशोरी को बाल पकड़कर घसीटा। बेरहमी से मारपीट की।थाना प्रभारी रामफल ने बताया कि दोनों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। उनकी धरपकड़ को टीम लगा दी गई है। किशोरी का उपचार कराया जा रहा है। उसके पिता की तरफ से दी गई तहरीर पर दोनों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना के बाद दोनों गांव से फरार हो गए है। उनकी धरपकड़ को पुलिस की टीम लगा दी गई है।
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