गुरुग्राम: सोहना भादस गांव का शक्ति सिंह हर रोज की तरह नगीना में हलवाई की दुकान पर काम करके अपने घर जाने के लिए शाम को निकला तो उसने उम्मीद भी नहीं की होगी कि वह अपने घर सुरक्षित नहीं पहुंच पाएगा।शक्ति ना तो वह किसी धार्मिक शोभायात्रा का हिस्सा था ना ही किसी संगठन से जुड़ा हुआ था। वह सिर्फ एक आम आदमी की तरह हलवाई की दुकान पर काम करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था।
लेकिन एक समुदाय के लोगों ने उसे घर वापस जाने से पहले ही रास्ते में दबोच लिया और पीट-पीटकर मार डाला। इतना ही नहीं उसके शव को सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। जहां से पुलिस को देर रात उसका शव मिला। पुलिस उसे लेकर मांडीखेड़ा सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। जिसका मंगलवार को पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया।जैसे ही शक्ति सिंह का शव गांव भादस में उसके घर पहुंचा तो परिजन रो रोकर एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर उसका क्या दोष था।
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