दिल्ली: नूंह में हुए सांप्रदायिक तनाव का असर यह देखने को मिल रहा है कि एक समुदाय विशेष के ज्यादातर लोग गुरुग्राम से अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। इनमें ज्यादातर नौकरीपेशा, दिहाड़ी श्रमिक और छोटे दुकानदार शामिल हैं। यह लोग यहां किराएदार के रूप में मकानों और पीजी में रहते थे। ऐसे लोगों के मकानों पर अब ताले लटके हुए हैं।गांव बादशाहपुर में पंजाबी मोहल्ले में मस्जिद के पास 70 साल से रह रहे एक समुदाय विशेष के लोग अपने घरों पर ताला लगाकर सुरक्षित ठिकानों पर चले गए।
जब तक माहौल शांत नहीं हो जाता है। तब तक उनके वापस आने की कोई उम्मीद भी नहीं है। जो लोग झुग्गियों को छोड़कर दूसरी जगहों पर नहीं पहुंच पाए तो उपद्रवियों ने उनके साथ मारपीट की और उनकी झुग्गियों को उपद्रवी पहले ही आग के हवाले कर चुके हैं।सूचना मिलने के बाद जो सामान समेटा जा सकता था या पास में किसी जगह पर रखवाया जा सकता वो सामान रखवा दिया गया था। इसके बाद भी ढाबे में कुछ सामान रह गया और ढाबे को खुला छोड़कर गांव आ गए।
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