बाराबंकी: हैदरगढ़ के पुजारी पंडित उत्तम मिश्रा `शास्त्री`के अनुसार धार्मिक रक्षाबंधन का पर्व प्रतिवर्ष श्रवण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस बार 30 अगस्त दिन बुधवार को पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा लेकिन इस दिन भद्रा का प्रभाव भी रहेगा। श्री नाग देवता धाम के पुजारी पंडित उत्तम मिश्रा `शास्त्री`के अनुसार धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भद्रा काल में रक्षाबंधन या कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
त्रेता युग में एक बार लंकापति रावण की बहन सूपनखा ने अपने भाई रावण को भद्राकाल में रक्षा सूत्र बांधा था जिसके कुप्रभाव के कारण रावण की सोने के लंका नष्ट हो गई इसी कारण भद्राकाल में रक्षाबंधन निषिद्ध है। मुहूर्त चिंतामणि के अनुसार शुभ समय 30अगस्त को रात्रि 9:01 के बाद पूर्णिम तिथि प्रारंभ होगी और 31 अगस्त दिन गुरुवार सुबह 8:30मिनट तक रहेगी ।
भद्रा 30 अगस्त को सुबह 10: 58मिनट से रात 09बजकर 01मिनट तक रहेगी। भद्रा के बाद मनाया जाएगा रक्षाबंधन पर्व ।इस कारण रक्षाबंधन दो दिन मनाया जाएगा । उन्होंने बताया कि उदया तिथि में31अगस्त गुरुवार को रक्षाबंधन पूरे दिन धूम धाम से मनाया जाना शुभ रहेगा ।
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