पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग ,27 अगस्त 2023

राष्ट्रीय जजमेंट

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*********|| जय श्री राधे ||*********
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक:-27/08/2023, रविवार*
एकादशी, शुक्ल पक्ष,
श्रावण
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि——– एकादशी 21:31:58 तक
पक्ष————————-शुक्ल
नक्षत्र————- मूल 07:15:00
नक्षत्र——– पूर्वाषाढा 29:14:08
योग————– प्रीति 13:25:11
करण———– वणिज 10:54:36
करण——- विष्टि भद्र 21:31:58
वार————————रविवार
माह———————– श्रावण
चन्द्र राशि——————– धनु
सूर्य राशि—————— सिंह
रितु————————– शरद
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ——————पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2079
शक संवत—————– 1945

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:56:39
सूर्यास्त—————- 18:44:33
दिन काल————- 12:47:53
रात्री काल————–11:12:35
चंद्रोदय————— 15:59:05
चंद्रास्त—————- 26:19:37

लग्न—- सिंह 9°20′ , 129°20′

सूर्य नक्षत्र——————– मघा
चन्द्र नक्षत्र——————— मूल
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*???पद, चरण???*

भी—- मूल 07:15:00

भू—- पूर्वाषाढा 12:48:11

धा—- पूर्वाषाढा 18:19:01

फा—- पूर्वाषाढा 23:47:37

ढा—- पूर्वाषाढा 29:14:08

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= सिंह 09:30 मघा, 3 मू
चन्द्र=धनु 12:30 , ज्येष्ठा, 4 भी
बुध =सिंह 27:3°: 34′ उ o फा o, 1 टे
शुक्र=कर्क 19°05, अश्लेषा ‘ 1 डी
मंगल=सिंह 05°30 ‘ उ oफाo’ 3 पा
गुरु=मेष 21°30 ‘ भरणी , 3 ले
शनि=कुम्भ 09°13 ‘ शतभिषा ,1 गो
राहू=(व) मेष 03°30 अश्विनी , 2 चे
केतु=(व) तुला 03°30 चित्रा , 4 री

*??? शुभा$शुभ मुहूर्त ???*

राहू काल 17:09 – 18:45 अशुभ
यम घंटा 12:21 – 13:57 अशुभ
गुली काल 15:33 – 17: 09अशुभ
अभिजित 11:55 – 12:46 शुभ
दूर मुहूर्त 17:02 – 17:53 अशुभ
वर्ज्यम 16:07 – 17:35 अशुभ

?गंड मूल 05:57 – 07:15 अशुभ

?चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:57 – 07:33 अशुभ
चर 07:33 – 09:09 शुभ
लाभ 09:09 – 10:45 शुभ
अमृत 10:45 – 12:21 शुभ
काल 12:21 – 13:57 अशुभ
शुभ 13:57 – 15:33 शुभ
रोग 15:33 – 17:09 अशुभ
उद्वेग 17:09 – 18:45 अशुभ

?चोघडिया, रात
शुभ 18:45 – 20:09 शुभ
अमृत 20:09 – 21:33 शुभ
चर 21:33 – 22:57 शुभ
रोग 22:57 – 24:21* अशुभ
काल 24:21* – 25:45* अशुभ
लाभ 25:45* – 27:09* शुभ
उद्वेग 27:09* – 28:33* अशुभ
शुभ 28:33* – 29:57* शुभ

?होरा, दिन
सूर्य 05:57 – 07:01
शुक्र 07:01 – 08:05
बुध 08:05 – 09:09
चन्द्र 09:09 – 10:13
शनि 10:13 – 11:17
बृहस्पति 11:17 – 12:21
मंगल 12:21 – 13:25
सूर्य 13:25 – 14:29
शुक्र 14:29 – 15:33
बुध 15:33 – 16:37
चन्द्र 16:37 – 17:41
शनि 17:41 – 18:45

?होरा, रात
बृहस्पति 18:45 – 19:41
मंगल 19:41 – 20:37
सूर्य 20:37 – 21:33
शुक्र 21:33 – 22:29
बुध 22:29 – 23:25
चन्द्र 23:25 – 24:21
शनि 24:21* – 25:17
बृहस्पति 25:17* – 26:13
मंगल 26:13* – 27:09
सूर्य 27:09* – 28:05
शुक्र 28:05* – 29:01
बुध 29:01* – 29:57

*? उदयलग्न प्रवेशकाल ?*

सिंह > 04:24 से 06:38 तक
कन्या > 06:38 से 08:50 तक
तुला > 08:50 से 11:04 तक
वृश्चिक > 11:04 से 13:18 तक
धनु > 13:18 से 15:22 तक
मकर > 15:22 से 17:12 तक
कुम्भ > 17:12 से 18:44 तक
मीन > 18:44 से 20:14 तक
मेष > 20:14 से 21:54 तक
वृषभ > 21:54 से 23:52 तक
मिथुन > 23:52 से 02:04 तक
कर्क > 02:04 से 04:22 तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

11 + 1 + 1 = 14 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

शनि ग्रह मुखहुति

*? शिव वास एवं फल -:*

11 + 11 + 5 = 27 ÷ 7 = 6 शेष

क्रीड़ायां = शोक, दुःख कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

प्रातः 10:50 से रात्रि 21: 31तक

पाताल लोक = धनलाभ कारक

*?? विशेष जानकारी ??*

* पुत्रदा एकादशी व्रत (सर्वेषां)

*सर्वार्थ सिद्धि योग 7:15 तक

*??? शुभ विचार ???*

ऋणकर्ता पिता शत्रुमाता च व्यभिचारिणी ।
भार्या रूपवती शत्रुः पुत्रः शत्रुरपण्डितः ।।
।। चा o नी o।।

अपने ही घर में व्यक्ति के ये शत्रु हो सकते है…
उसका बाप यदि वह हरदम कर्ज में डूबा रहता है.
उसकी माँ यदि वह दुसरे पुरुष से संग करती है.
सुन्दर पत्नी
वह लड़का जिसने शिक्षा प्राप्त नहीं की.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: सांख्ययोग अo-02

सुखदुःखे समे कृत्वा लाभालाभौ जयाजयौ ।,
ततो युद्धाय युज्यस्व नैवं पापमवाप्स्यसि ॥,

जय-पराजय, लाभ-हानि और सुख-दुख को समान समझकर, उसके बाद युद्ध के लिए तैयार हो जा, इस प्रकार युद्ध करने से तू पाप को नहीं प्राप्त होगा॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
पुराना रोग उभर सकता है। अनहोनी की आशंका रहेगी। मातहतों से कहासुनी हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद संभव है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। दूसरों से अपेक्षा न करें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। सोच-समझकर निर्णय लें।

?वृष
आंखों को चोट व रोग से बचाएं। धन प्राप्ति सुगम होगी। सुख के साधन जुटेंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। थकान व कमजोरी महसूस हो सकती है। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। पूजा-पाठ में मन लगेगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

?मिथुन
राज्य से प्रसन्नता रहेगी। कोई बड़ा काम हो सकता है। नई योजना बनेगी। नया उपक्रम प्रारंभ हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर मिलेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्‍य का पाया कमजोर रहेगा। कोई नई समस्या आ सकती है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। कोई नई समस्या आ सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

?कर्क
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। मानसिक बेचैनी रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। अधिकार प्राप्ति के योग हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। भागदौड़ रहेगी। दूसरों के काम में दखल न दें। विवाद से बचें। लाभ होगा।

?सिंह
राजभय रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। लेन-देन में जल्दबाजी हानि देगी। शारीरिक कष्ट संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। व्यवस्था में मुश्किल होगी। दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। अनहोनी की आशंका रहेगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। आय में निश्चितता रहेगी।

?‍♀️कन्या
प्रेम-प्रसंग में आशातीत सफलता प्राप्त होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। कारोबार का विस्तार होगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। सुख के साधन जुटेंगे। शत्रु परास्त होंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। सभी ओर से सफलता मिलेगी।

⚖️तुला
आय में वृद्धि होगी। कारोबार लाभप्रद रहेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय बढ़ेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में सहकर्मियों का साथ रहेगा। थकान रहेगी।

?वृश्चिक
पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। आय में वृद्धि होगी। कारोबार का विस्तार होगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। निवेश लाभदायक रहेगा। घर में सुख-शांति रहेगी। उत्साह बना रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। संतान की चिंता रहेगी।

?धनु
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार की प्राप्ति संभव है। किसी के उकसाने में न आएं। बात बिगड़ सकती है। आवश्यक निर्णय सोच-समझकर करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान हो सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी।

?मकर
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। कारोबार में बुद्धिबल से उन्नति होगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। दुष्टजनों से सावधानी आवश्यक है। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। प्रमाद से बचें।

?कुंभ
शत्रु भय रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। भूमि व भवन संबंधी खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। आर्थिक उन्नति होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। शुभ समय।

?मीन
पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। अज्ञात भय सताएगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। कुसंगति से बचें। चिंता रहेगी। धन प्राप्ति में अवरोध दूर होंगे। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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