पढ़िये आज का राशिफल और पंचांग 28 अगस्त 2023

नीरजपाराशर आचारय:
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*** जय श्री राधे ***
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
***ll जय श्री राधे ll***
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*दिनाँक:-28/08/2023, सोमवार*
द्वादशी, शुक्ल पक्ष,
श्रावण
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि——— द्वादशी 18:22:11 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र—— उत्तराषाढा 26:42:07
योग——– आयुष्मान 09:54:44
करण————– बव 08:00:48
करण———– बालव 18:22:11
करण———– कौलव 28:37:18
वार———————– सोमवार
माह———————— श्रावण
चन्द्र राशि——— धनु 10:38:41
चन्द्र राशि—————— मकर
सूर्य राशि——————– सिंह
रितु————————– शरद
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————- 2079
शक संवत—————— 1945

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:57:08
सूर्यास्त—————- 18:43:29
दिन काल————- 12:46:21
रात्री काल————- 11:14:06
चंद्रोदय—————- 16:56:34
चंद्रास्त—————- 27:31:26

लग्न—- सिंह 10°18′ , 130°18′

सूर्य नक्षत्र——————– मघा
चन्द्र नक्षत्र————– उत्तराषाढा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*??? पद, चरण ???*

भे—- उत्तराषाढा 10:38:41

भो—- उत्तराषाढा 16:01:25

जा—- उत्तराषाढा 21:22:31

जी—- उत्तराषाढा 26:42:07

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= सिंह 10:30 मघा, 4 मे
चन्द्र=धनु 27:30 , उ oषाo, 1 भे
बुध =सिंह 26:3°: 34′ उ o फा o, 1 टे
शुक्र=कर्क 19°05, अश्लेषा ‘ 1 डी
मंगल=सिंह 06°30 ‘ उ oफाo’ 3 पा
गुरु=मेष 21°30 ‘ भरणी , 3 ले
शनि=कुम्भ 09°13 ‘ शतभिषा ,1 गो
राहू=(व) मेष 03°25 अश्विनी , 2 चे
केतु=(व) तुला 03°25 चित्रा , 4 री

*??? शुभा$शुभ मुहूर्त ???*

राहू काल 07:33 – 09:09 अशुभ
यम घंटा 10:45 – 12:20 अशुभ
गुली काल 13:56 – 15: 32अशुभ
अभिजित 11:55 – 12:46 शुभ
दूर मुहूर्त 12:46 – 13:37 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:19 – 16:10 अशुभ
वर्ज्यम 12:26 – 13:53 अशुभ

?चोघडिया, दिन
अमृत 05:57 – 07:33 शुभ
काल 07:33 – 09:09 अशुभ
शुभ 09:09 – 10:45 शुभ
रोग 10:45 – 12:20 अशुभ
उद्वेग 12:20 – 13:56 अशुभ
चर 13:56 – 15:32 शुभ
लाभ 15:32 – 17:08 शुभ
अमृत 17:08 – 18:43 शुभ

?चोघडिया, रात
चर 18:43 – 20:08 शुभ
रोग 20:08 – 21:32 अशुभ
काल 21:32 – 22:56 अशुभ
लाभ 22:56 – 24:21* शुभ
उद्वेग 24:21* – 25:45* अशुभ
शुभ 25:45* – 27:09* शुभ
अमृत 27:09* – 28:33* शुभ
चर 28:33* – 29:58* शुभ

?होरा, दिन
चन्द्र 05:57 – 07:01
शनि 07:01 – 08:05
बृहस्पति 08:05 – 09:09
मंगल 09:09 – 10:13
सूर्य 10:13 – 11:16
शुक्र 11:16 – 12:20
बुध 12:20 – 13:24
चन्द्र 13:24 – 14:28
शनि 14:28 – 15:32
बृहस्पति 15:32 – 16:36
मंगल 16:36 – 17:40
सूर्य 17:40 – 18:43

?होरा, रात
शुक्र 18:43 – 19:40
बुध 19:40 – 20:36
चन्द्र 20:36 – 21:32
शनि 21:32 – 22:28
बृहस्पति 22:28 – 23:24
मंगल 23:24 – 24:21
सूर्य 24:21* – 25:17
शुक्र 25:17* – 26:13
बुध 26:13* – 27:09
चन्द्र 27:09* – 28:05
शनि 28:05* – 29:01
बृहस्पति 29:01* – 29:58

*? उदयलग्न प्रवेशकाल ?*

सिंह > 04:20 से 06:34 तक
कन्या > 06:34 से 08:46 तक
तुला > 08:46 से 11:00 तक
वृश्चिक > 11:00 से 13:14 तक
धनु > 13:14 से 15:18 तक
मकर > 15:18 से 17:08 तक
कुम्भ > 17:08 से 18:40 तक
मीन > 18:40 से 20:10 तक
मेष > 20:10 से 21:50 तक
वृषभ > 21:50 से 23:48 तक
मिथुन > 23:48 से 02:00 तक
कर्क > 02:00 से 04:18 तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

12 + 2 + 1 = 15 ÷ 4 = 3 शेष
स्वर्ग लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है ।

शनि ग्रह मुखहुति

*? शिव वास एवं फल -:*

12 + 12 + 5 = 29 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*?? विशेष जानकारी ??*

* वन सोमवार

* सोम प्रदोष व्रत (शिव पूजन)

*??? शुभ विचार ???*

लुब्धमर्थेन गृहिणीयात् स्तब्धमञ्जलिकर्मणा ।
मूर्खं छन्दानुवृत्या च यथार्थत्वेन पण्डितम् ।।
।। चा o नी o।।

एक लालची आदमी को भेट वास्तु दे कर संतुष्ट करे. एक कठोर आदमी को हाथ जोड़कर संतुष्ट करे. एक मुर्ख को सम्मान देकर संतुष्ट करे. एक विद्वान् आदमी को सच बोलकर संतुष्ट करे.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: सांख्ययोग अo-02

एषा तेऽभिहिता साङ्‍ख्ये बुद्धिर्योगे त्विमां श्रृणु ।,
बुद्ध्‌या युक्तो यया पार्थ कर्मबन्धं प्रहास्यसि ॥,

हे पार्थ! यह बुद्धि तेरे लिए ज्ञानयोग के विषय में कही गई और अब तू इसको कर्मयोग के (अध्याय 3 श्लोक 3 की टिप्पणी में इसका विस्तार देखें।,) विषय में सुन- जिस बुद्धि से युक्त हुआ तू कर्मों के बंधन को भली-भाँति त्याग देगा अर्थात सर्वथा नष्ट कर डालेगा॥,39॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। हल्की हंसी-मजाक न करें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर भरोसा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

?वृष
सुख के साधनों पर व्यय होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश शुभ रहेगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। नौकरी में प्रमोशन‍ मिल सकता है। चोट व रोग से बचें। यश बढ़ेगा। बेचैनी रहेगी। जल्दबाजी न करें।

?मिथुन
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नौकरी में अधिकार मिल सकते हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। बाहर जाने का मन बनेगा। बड़ा काम करने की योजना बनेगी। लाभ होगा।

?कर्क
कानूनी अड़चन सामने आएगी। अज्ञात भय सताएगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम बढ़ेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में उच्च‍ाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देंगे।

?सिंह
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से क्लेश संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

?‍♀️कन्या
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। पार्टी व पि‍कनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शारीरिक कष्ट संभव है।

⚖️तुला
व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। आय के साधनों में वृद्धि होगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड में निवेश लाभदायक रहेगा।

?वृश्चिक
संपत्ति की खरीद-फरोख्त में सफलता मिलेगी। स्थायी संपत्ति की दलाली बड़ा लाभ दे सकती है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। सभी ओर से खुश खबरें प्राप्त होंगी। पारिवारिक चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

?धनु
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनागम होगा। प्रतिद्वंद्वी अपना रास्ता छोड़ देंगे। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी भी प्रकार के झगड़ों में न पड़ें। वाणी पर नियंत्रण रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

?मकर
धार्मिक कार्य में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। निवेशादि करने का मन बनेगा। विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। परिवार की चिंता बनी रहेगी।

?कुंभ
शारीरिक कष्ट संभव है। पारिवारिक समस्या से चिंता बढ़ सकती है। नई आर्थिक नीति बन सकती है। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन से भविष्य में लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग कार्य में गति प्रदान करेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। पुराना रोग उभर सकता है।

?मीन
लेनदारी वसूल करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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