सट्टेबाजों से लार रहे थे वसूली, दरोगा सहित तीन पर एफआईआर

राष्ट्रीय जजमेंट

भोपाल । मप्र के ग्वालियर शहर की पुलिस के दरोगा मुकुल यादव ने प्रधान आरक्षक विकास तोमर और आरक्षक राहुल यादव पर सटटेबाजों से पिस्टल के दम पर 23 लाख वसूलने के आरोप लगे हैं। मामले में शामिल एक दरोगा सहित तीन को निलंबित कर दिया गया है। आरोपियों की अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने शहर के एमके सिटी स्थित फ्लैट में क्रिकेट पर सट्टा खिलवा रहे पन्द्रह सट्टेबाजों को पकड़ा। इन पर पिस्टल तान दी और डरा-धमकाकर इनके मोबाइल छीनकर इनके बैंक खातों से 23.15 लाख रुपये दूसरे खातों में ट्रांसफर कर लिए। इसके अलावा 10 हजार रुपये नगद लिए और दो मोबाइल भी छीने। फिर सट्टेबाजों को धमकी दी- अगर 23 लाख रुपये वसूलने की खबर बाहर गई तो ऐसे केस लगाए जाएंगे, जिनमें पूरी जिंदगी जेल में सड़ना पड़ेगी। जब सिरोल थाने में इन पर कार्रवाई की जा रही थी, तभी पुलिस अफसरों तक डरा-धमकाकर 23 लाख रुपये वसूलने की खबर पहुंच गई।

इसके बाद तो जिन्हें सट्टा खेलते पकड़ा गया था, उनके बयान लिए गए। इसमें इन लोगों ने 23 लाख रुपये वसूलने की जानकारी दी, इसके चलते दरोगा सहित तीन पुलिसकर्मी और इनके एक साथी पर आइपीसी की धारा 384, 389, 294, 506 के तहत एफआइआर दर्ज की गई।

गोला का मंदिर थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर मुकुल यादव को एमके सिटी स्थित फ्लैट नंबर-105 में क्रिकेट पर सट्टा लगवाने की खबर शनिवार रात को मिली थी। एसआइ ने इसकी सूचना क्राइम ब्रांच तक पहुंचाई। क्राइम ब्रांच के प्रधान आरक्षक विकास तोमर, आरक्षक राहुल यादव को साथ लेकर वह एमके सिटी के फ्लैट पर पहुंचा।

इनके साथ एक निजी व्यक्ति भी था। इन लोगों ने फ्लैट में घुसकर 15 सट्टेबाजों को पकड़ा। इनके पास से 10 हजार रुपये नगद, दो मोबाइल छीन लिए। इनके मोबाइल देखे तो उसमें लाखों रुपये का हिसाब-किताब मिला। एसआइ मुकुल यादव के पास पिस्टल थी।

दो खातों से 23.15 लाख रुपये दूसरे खातों में ट्रांसफर कराकर सिरोल थाना पुलिस को कार्रवाई के लिए सुपुर्द कर दिया। रात में तो लाखों रुपये वसूलने की खबर बाहर नहीं आई। सुबह यह अफसरों तक पहुंच गई। आनन-फानन में एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने क्राइम ब्रांच के डीएसपी सियाज केएम को जांच सौंपी। उन्होंने प्रारंभिक जांच की, तीन सट्टेबाजों के बयान लिए। जिसमें 23.25 लाख रुपये वसूलने की पुष्टि हो गई। इसके बाद तीनों पर एफआइआर दर्ज कर ली गई। इस मामले में फरियादी सट्टा खिलाता पकड़ा गया सट्टेबाज आशीष सोनी बताया है।

कारी एडीजी और एसएसपी तक भी है। इस पूरे कांड में अभी और भी नाम बढ़ सकते हैं।इन पर दोपहर में एफआइआर दर्ज हो गई। इस बारे में एसएसपी राजेश सिंह चंदेल का कहना है कि सट्टा खिलवाने वालों को पकड़ने गए पुलिसकर्मियों ने इनसे 23.25 लाख रुपये वसूले। इस मामले में तीनों पर एफआइआर दर्ज की जाकर निलंबित किया गया है। इस तरह का शर्मनाक कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इन पर और सख्त कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी। इसमें और कौन शामिल हैं, इसकी भी पड़ताल कराई जा रही है।

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