चीन की हरकत पर भारत ने दी प्रतिक्रिया

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

चीन ने झांग्हू में हो रहे एशियाई ओलंपिक गेम्स में भारत के कुछ खिलाड़ियों को एंट्री नहीं दी है. इस पर भारत सरकार ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपना चीन का दौरा रद्द कर दिया. इस बीच पूर्व खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. उन्होंने कहा है कि चीन के ऐसे बर्ताव से पूरे देश में गुस्सा हैकिरेन रिजिजू ने यह भी साफ कर दिया है कि अरुणाचल के खिलाड़ियों को गेम्स में एंट्री नहीं देने से अरुणाचल प्रदेश की स्थिति पर कभी भी कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. यह भारत का अभिन्न अंग हमेशा बना रहेगा. साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी से इस मामले में कड़ा कदम उठाने की अपील की है.

किरेन रिजीजू ने कहा, “चीन अरुणाचल के लोगों को चीन में एंट्री में समस्या खड़ी करता है. वीजा नहीं देता है. यह पहले से भी होता रहा हैं. पहले एक बार जब मैं मेंबर ऑफ पार्लियामेंट था 2008 में, तब एशियन ओलंपिक गेम्स में उसने तो मुझे आराम से वीजा दिया था. कभी-कभी चीन की जो पॉलिसी है वह समझ में नहीं आती.”चीन के इस बर्ताव से भारत में रोष के माहौल का जिक्र करते हुए किरेन रिजिजू ने कहा, “अरुणाचल के खिलाड़ियों को एंट्री नहीं देने को लेकर देश में बहुत गुस्सा है. दुख भी है कि हमारे खिलाड़ियों को एक मौका एशियन गेम्स में प्रदर्शन करने का गंवाना पड़ा. उनके इस तरह का बर्ताव से अरुणाचल का स्टेटस चेंज होने वाला तो नहीं है. चीन अरुणाचल को इंडिया का हिस्सा नहीं मानता, अरुणाचल के लोग अरुणाचल को चीन के साथ किसी भी तरीके से नहीं जुड़ते हैं, न इतिहास में न भविष्य में. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है. इस स्थिति को किसी तरह से बदल तो नहीं सकते हैं. तो यह बार-बार हमारे अरुणाचल को इंडिया का हिस्सा नहीं मानना या उनके लोगों को इस तरह का वीजा देने से इनकार करना. यह सही तरीका नहीं है.”

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