भारत में मौजूद अफगानिस्तान की एम्बेसी बंद

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ 

भारत में मौजूद अफगानिस्तान की एम्बेसी बंद हो गई है। एम्बेसी के 3 अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया है कि दूतावास से जुड़े सारे काम बंद कर दिए गए हैं। सभी डिप्लोमैट्स भारत छोड़कर यूरोप और अमेरिका के लिए रवाना हो चुके हैं।एम्बेसडर फरीद मामुंदजई ने तालिबान को एक खत लिखकर बताया कि वो अपना काम पूरा करने में फेल हो गए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें तालिबानी सरकार की तरफ से कोई भी सपोर्ट या डिप्लोमैटिक मदद नहीं दी गई।

दूसरी तरफ, तालिबान ने कहा है कि उन्होंने मामुंदजई की नियुक्ति ही नहीं की थी। दरअसल, भारत समेत किसी भी देश ने तालिबान हुकूमत को मान्यता नहीं दी है। लिहाजा, भारत सरकार भी तालिबान के सत्ता में आने से पहले से तैनात अफगानी राजदूत (फरीद मामुंदजई) को ही वहां का असली एम्बेसेडर मानती है।

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि भारत सरकार अफगानी डिप्लोमैट से नाराज थी। अधिकारियों के मुताबिक, मामुंदजई तालिबान और भारत सरकार के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे थे।मामले के जानकार अधिकारियों ने बताया कि मामुंदजई अफगानिस्तान की पुरानी गनी सरकार के नेताओं को लेकर आ रहे थे। इसके जरिए वो ये दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि भारत गनी सरकार के नेताओं को बढ़ावा दे रही है। रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया है कि मामुंदजई पाकिस्तान के काफी करीब हैं और इसी वजह से शुरुआत में उसकी डिप्लोमैट के तौर पर नियुक्ति में भी काफी समय लगा था।

दूसरी तरफ, मामुंदजई ने अपने लेटर में आगे लिखा था कि काबुल की तरफ से मुझे कोई सहयोग नहीं मिला है और न ही भारत सरकार कोऑपरेट कर रही है। ये देखते हुए मैंने सितंबर के आखिर तक भारत में अफगानिस्तान मिशन को बंद करने का फैसला लिया है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत सरकार ने अफगान एम्बेसी के स्टाफ के लिए मई 2023 के बाद वीजा की समय सीमा को नहीं बढ़ाया ये कर्मचारी अब एम्बेसी छोड़ने की इजाजत मिलने का इंतजार कर रहे थे।

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