महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर जिला जेल में गांधी लायब्रेरी का शुभारंभ

राष्ट्रीय जजमेंट

कटनी। महात्मा गांधी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को जिला जेल कटनी में गांधी पुस्तकालय का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश धरमिंदर सिंह राठौड़ के मुख्यातिथ्य और कलेक्टर अवि प्रसाद एवं पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ।कार्यक्रम के दौरान राजेंद्र शर्मा विशेष न्यायाधीश, आशुतोष मिश्रा ए.डी.जे कटनी, जिला विधि सेवा प्राधिकरण सचिव सी.जे.एम विकास सिंह चौहान, नदीम जावेद असिस्टेंट रजिस्ट्रार, ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट, एस.डी.एम कटनी राकेश चौरसिया, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग पूजा द्विवेदी सहित जिला रेडक्रॉस सोसायटी के वाईस चेयरमैन लालजी शर्मा सहित अन्य अधिकारियों की उपस्थित रही।जिला रेडक्रास समिति के सहयोग से प्रारंभ हो रही गांधी लायब्रेरी के शुभारंभ समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए प्रधान मुख्य न्यायाधीश धरमिन्दर सिंह राठौड़ ने कहा कि जिला जेल की इस लायब्रेरी में उपलब्ध ज्ञानवर्धक, धार्मिक एवं शिक्षाप्रद पुस्तकों को पढ़कर बंदियों को अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरणा मिलेगी। जेल से रिहा होने के बाद समाज में बेहतर जिंदगी बसर कर सकेंगे। वैसे भी अपने यहां पाप से घृणा करो पापी से नहीं की उक्ति प्रचलित है। बंदियों के लिए लायब्रेरी शुरू करने की व्यवस्था के लिए उन्होंने कलेक्टर अवि प्रसाद को की जमकर सराहना की।अतिथियों ने भ्रमण कर पुस्तकालय का जायजा लिया। पुस्तकालय की दीवारों में उकेरे गए ज्ञानवर्धक चित्रों सूक्त वाक्यों और महापुरूषों के चित्रों की सराहना की। इसके पहले माता सरस्वती और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित कर लायब्रेरी शुभारंभकार्यक्रम की शुरूआत की गई।अतिथियों का स्वागत जेल अधीक्षक प्रभात चतुर्वेदी ने करते हुए गांधी लायब्रेरी में उपलब्ध पुस्तकों के संबंध में प्रकाश डालते हुए कहा कि इस लायब्रेरी में 500 पुस्तके है। जेल अधीक्षक प्रभात चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान में सजायाफ्ता और विचाराधीन को मिलाकर कुल 466 बंदी है। जिसमें से 27 बंदियों ने विगत दिवस आयोजित नव भारत साक्षरता अभियान में भाग लिया है। कटनी जिला पहला एक ऐसा जिला है जिसे इस तरह की सुविधायुक्त लायब्रेरी की सौगात मिली यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। कार्यक्रम का संचालन तिलक कॉलेज की प्राध्यापक डॉ चित्रा प्रभात ने किया।लायब्रेरी की खासियतेंकलेक्टर के विशेष प्रयासों से गांधी लायब्रेरी के कक्ष की दीवारों में बहुत ही सुंदर और आकर्षक पेंटिंग कर कलाकृतियां और उपदेशात्मक सूक्त वाक्य उकेरे गए हैं। इन सूक्त वाक्यों में शांति ,अहिंसा ,परोपकार, ज्ञान का कोई मोल नहीं, विद्या ददाति विनयं जैसे वाक्य जहां दीवार में बड़े ही आकर्षक ढंग से लिखे गए हैं। वहीं दीवारों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, शहीद -ए – आजम भगत सिंह, राष्ट्रीय पक्षी मोर की नृत्य भंगिमाओं का विहंगम चित्रण के साथ -साथ भगवान बुद्ध की सजीव प्रतीत होते चित्रों की बहुरंगी पेंटिंग की गई है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More