आदिवासी छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और मारपीट से परेशान होकर सुसाइड किया

राष्ट्रीय जजमेंट

राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में आदिवासी छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की गई. इसके बाद दोनों ने परेशान होकर सुसाइड कर लिया. इस घटना को लेकर हड़कंप मच गया. क्षेत्रीय विधायक ने इस मामले में पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि और सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की है.पुलिस ने इस मामले में चार नामजद आरोपियों को डिटेन किया है.जानकारी के अनुसार, यह घटना प्रतापगढ़ जिले के पीपलखूंट उपखंड के घंटाली थाना क्षेत्र की है. यहां रहने वाली दो छात्राएं आपस में चचेरी बहनें थीं, जो पीपलखूंट में किराए पर रहकर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा में स्टडी कर रही थीं. दोनों बहनों के साथ उनके दो भाई भी रहते थे.परिजनों ने शिकायत में कहा है कि दोनों को चार लड़के लंबे समय से परेशान कर रहे थे. अक्सर छेड़छाड़ करते थे. छात्राओं ने इस बात की जानकारी अपने भाइयों और परिजनों को दी थी. परिजनों ने युवकों और उनके घरवालों से बात कर समझाया भी था, इसके बाद भी हरकतें करते रहे.4 अक्टूबर को जब दोनों छात्राएं बाजार में गईं तो चारों आरोपियों ने उनके साथ छेड़छाड़ और मारपीट की. वीडियो भी बना लिया. दोनों ने यह बात अपने भाइयों को बताई. इसके बाद पीपलखूंट थाने में केस दर्ज करवाया गया. पुलिस एक आरोपी को थाने भी ले गई थी. उसके बाद अगले दिन 5 अक्टूबर को जब दोनों स्कूल के लिए निकलीं तो आरोपियों ने छात्राओं को बेहोश कर अपहरण कर लिया और एक गाड़ी से प्रतापगढ़ ले गए.परिजनों ने गैंगरेप का भी लगाया आरोपआरोप है कि चारों ने दोनों नाबालिग बहनों के साथ गैंगरेप किया. इसके बाद परिजनों को सूचना मिली तो वह प्रतापगढ़ पहुंचे और दोनों को अपने साथ लेकर गांव आ गए. छात्राओं ने पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दी.इसके बाद 6 अक्टूबर की रात दोनों बहनों ने जहरीला पदार्थ खा लिया. सुबह गांव के बाहर एक नाले के पास दोनों बेसुध हालत में पड़ीं थीं. परिजन तत्काल उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां से प्रतापगढ़ जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मेडिकल बोर्ड से दोनों का पोस्टमार्टम करवाया और शव परिजनों के सुपुर्द किया.

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