पोक्सो अधिनियम से जुड़े मामलों के निपटारे के लिए एक त्वरित अदालत की शुरुआत की

राष्ट्रीय जजमेंट

कटक। उड़ीसा उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी आर सारंगी ने डिजिटल माध्यम से राउरकेला में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम से जुड़े मामलों के निपटारे के लिए एक त्वरित अदालत की शुरुआत की। सुंदरगढ़ जिले के राउरकेला में सोमवार को यह 21वीं त्वरित विशेष अदालत (एफटीएससी) शुरू की गई। इस अवसर पर न्यायमूर्ति सारंगी ने कहा कि राउरकेला में एफटीएससी स्थापित करने का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को समय पर और प्रभावी ढंग से न्याय मुहैया कराना है।उन्होंने इन विशेष अदालतों के पीठासीन अधिकारियों से आग्रह किया कि वे वादकारियों की उम्मीदों को पूरा करने की दिशा में काम करें। उच्चतम न्यायालय ने 2019 में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों के मामले में शीघ्र न्याय सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके तहत ही केंद्र और राज्य सरकारों ने पॉस्को अधिनियम और महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए 2020 में विशेष अदालतें स्थापित करने के लिए एक योजना तैयार की थी। ओडिशा सरकार दो वर्षों में कम से कम 20 त्वरित विशेष अदालत स्थापित कर चुकी है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More