रामलीला के क्रम में परशुराम बने शख्स की हार्ट अटैक से मौत

राष्ट्रीय जजमेंट

गढ़वा।झारखण्ड में दशहरा के अवसर पर गढ़वा में रामलीला मंचन के दौरान हृदयगति रुक जाने से एक कलाकार की मौत हो गई।रामलीला में भगवान परशुराम की भूमिका निभाने वाले विनोद प्रजापति की अभिनय करने के दौरान ही मौत हो गयी। पहले तो मंच में मौजूद साथी कलाकारों को लगा कि यह अभिनय का हिस्सा है,लेकिन जब आवाज लगाने के बाद भी वह मंच पर बेसुध पड़े रहे तो रामलीला के दौरान मंच का पर्दा लगा दिया गया।रामलीला देख रहे दर्शकों को भी यह आभास नहीं हुआ कि उनकी मौत हो गयी।जिसके बाद इस घटना का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें उनको अभिनय करते और मंच पर गिरते देखा जा सकता है। घटना जिले के डंडई प्रखंड क्षेत्र का है। मृतक का नाम विनोद प्रजापति (40 वर्ष) है। घटना के बाद रामलीला के आयोजन को बंद कर दिया गया। त्योहार के मौके पर हर साल रामलीला में निभाई अपनी भूमिका के लिए इलाके में उनकी अलग पहचान होती थी। अभिनय का शौक था तो 10 सालों से इसी मंच पर अपने शौक को जिंदा रख रहे थे।बताया जाता है कि विनोद प्रजापति व्यवसाई थे। ट्रांसपोर्ट का छोटा सा कारोबार था। जिससे परिवार का पेट पालते थे। रामलीला के पहले ही दिन देर रात करीब ढाई बजे यह हादसा हो गया। रामलीला धनुष यज्ञ से शुरू किया गया था। धनुष भंग होने के बाद विनोद प्रजापति परशुराम के वेश-भूषा में मंच पर क्रोधित होकर पहुंचे और धनुष भंग कराने का कारण पूछते हुए अंतिम शब्द बोले कि धनुष किसने तोड़ा है जल्दी बताओ, उसके बाद मंच पर ही अचेत गिर गए। मंच पर मौजूद दूसरे कलाकार इसे अभिनय का हिस्सा मानकर नाटक आगे बढ़ा रहा थे जब वह नही उठे तो रामलीला के दूसरे कलाकारों के द्वारा उठाया गया।तुरंत वहां से डॉक्टर के पास ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। विनोद प्रजापति की इलाके में अलग ही पहचान थी। वह कारोबार के साथ- साथ समाज सेवा में भी आगे रहते थे। वे झारखण्ड कुम्हार समन्वय समिति के सक्रिय सदस्य थे। विनोद प्रजापति अपने पीछे 9 साल का पुत्र और 13 और 15 साल की पुत्री पीछे छोड़ गये।

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