बोझ लगी दिव्यांग बेटी तो तालाब में जिंदा फेंक आया पिता, डूबने से मौत

Disabled daughter burdened, father throws her alive into the pond, dies due to drowning

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

रिपोर्ट – विष्णु कान्त शर्मा

फिरोजाबाद से बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां एक पिता ने अपनी 4 वर्षीय मासूम बेटी को जिंदा तालाब में फेंक दिया जिसके बाद डूबने से उसकी मौत हो गई। मासूम का कसूर इतना था कि कि वह कपड़ो में ही गंदगी करती थी। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

घटना शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के बोझिया गांव की है। यहां बुधवार को तालाब में 4 वर्षीय दिव्यांग राधा का शव पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में पिता के बयानों पर शक हुआ। पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए उठाया। पहले तो उसने घुमाने की कोशिश की, लेकिन थोड़ी कड़ाई करने पर पूरा सच उगल दिया।

एसपी ग्रामीण रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपी पिता विजेंद्र सिंह मूल रूप से अरांव थाना क्षेत्र के बझेरा बुजुर्ग का रहने वाला है। वह एक होटल में काम करता है। उसकी मां फूलन देवी गांव में काम करती है। उसने पूछताछ में बताया कि 10 वर्ष पहले उसकी शादी रेखा निवासी खेरी, थाना घिरोर, मैनपुरी के साथ हुई थी। रेखा से विजेंद्र को एक बेटा और एक बेटी हुई। बेटा अभी बहन के पास रहता है।

लॉकडाउन में उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई। वह अपने जीजा महेश के साथ रहती है। 4 अक्तूबर को रेखा दिव्यांग बच्ची राधा को मकान के पास छोड़कर चली गई। कई बार समझाने के बावजूद वह बच्ची को नहीं ले गई। ऐसे में विजेंद्र और उसकी मां फूलन देवी बच्ची की देखभाल नहीं कर पा रहे थे। बच्ची कपड़ों में ही गंदगी करती थी। इससे वह परेशान हो गया।

इसके बाद उसने बच्ची से छुटकारा पाने की योजना बनाई। चार दिन पूर्व काम में जाते समय उसे अपने साथ ले गया। रास्ते में उसने बच्ची को जीवित ही तालाब में फेंक दिया। इसके बाद रोज की तरह काम पर चला गया। मां के पूछने पर उसने बच्ची को एलाई आश्रम बिरलम वालों को सौंपने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया।

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