छत्‍तीसगढ़ में दोबारा आएगी कांग्रेस या खिलेगा कमल

राष्ट्रीय जजमेंट

छत्‍तीसगढ़, मध्‍यप्रदेश, राजस्‍थान समेत पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव में मतदान सम्‍पन्‍न हो चुके हैं। अब सभी की नजरें तीन दिसंबर को होने वाले मतगणना पर टिकी हुई हैं। इससे पहले छत्‍तीसगढ़ समेत पांच राज्‍यों के विधानसभा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल ने सियासी हलचल बढ़ा दी है।अधिकांश एग्जिट पोल में एक ओर जहां छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस लगातार दूसरी बार जीत हासिल करती नजर आ रही है। हालांकि सर्वे के अनुसार भाजपा का प्रदर्शन बहुत हो रहा है। एग्जिट पाल के आंकड़े सामने आने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ने अपने-अपने जीत के दावे किए हैं।मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, सातों एग्जिट पोल में से किसी के भी आंकड़ों में समानता नहीं है। दो दिन बाद सभी के आंकड़े एक समान हो जाएंगे। एग्जिट पोल चलने दीजिए, एग्जिट पोल पर ध्‍यान मत दीजिए। छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष अरुण साव ने कहा, अधिकांश एग्जिट पोल से स्‍पष्‍ट हो रहा है कि छत्‍तीसगढ़ में बीजेपी मजबूती के साथ सरकार बना रही है।अगर छत्‍तीसगढ़ में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर एक नजर डालें तो यहां 90 सीटें हैं और अभी वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है। 2018 में दो चरणों में चुनाव हुए थे। इस दौरान कुल 1269 उम्‍मीदवार चुनावी मैदान में थे। छत्‍तीसगढ़ में दोनों चरणों में कुल 76.45 फीसदी वोटिंग हुई थी, जिसमें 76.58 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने मतदान किया था, जबकि 76.33 प्रतिशत महिला वोटर शामिल थी।2018 में हुए विधानसभा चुनाव परिणाम की बात करें तो कांग्रेस ने छत्‍तीसगढ़ में 90 में से 68 सीटें जीतकर 15 साल बाद राज्य की सत्ता हासिल की। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में उतरी भाजपा को केवल 15 सीटें हासिल हुई थीं। जबकि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) ने पांच सीटें जीते थीं और दो सीटें बसपा के खाते में गई थीं। 2018 के बाद से भाजपा यहां हुए पांच उपचुनाव हार चुकी है।

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